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Wednesday, January 27, 2021

दैनिक पंचांग के हालात को जानें 27 जनवरी 2021 में (Know the situation of daily almanac on 27 January 2021):-

             



दैनिक पंचांग के हालात को जानें 27 जनवरी 2021 में  (Know the situation of daily almanac on 27 January 2021):-आज बुधवार होने से गणपति जी की आराधना करनी चाहिए।जिससे सभी मन के काम सफल होवे।अपनी इच्छा के अनुसार सभी कामों और सभी तरह की बाधाओं से मुक्ति मिल सके।

          

          दैनिक पंचांग का विवरण


दिनांक-------------------27 जनवरी 2021            महीना (अमावस्यांत् )---------पौष

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------पौष

पक्ष------------------------------शुक्ल          

कलियुगाब्द्--------------------5122

विक्रम संवत्-------------------2077 विक्रम संवत

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत

शक संवत्----------------------1942 शक संवत

ऋतु-----------------------------शिशिर

सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे

सूर्य का गोल------------------दक्षिण गोले

संवत्सर(उत्तर)------------------प्रमादी

संवत्सर--------------------------शार्वरी 



                            पंचांग                           


तिथि--------------चतुर्दशी तिथि रात्रि 25:16:42  तक रहेगी,उसके बाद रात्रि 25:16:42 से पुर्णिमा तिथि शुरू हो जाएगी।

वार--------------बुधवार

नक्षत्र----------पुनर्वसु नक्षत्र प्रातः(कल) 27:48:03 तक रहेगा।

नक्षत्र------प्रातः(कल) 27:48:03 से पुष्य नक्षत्र शुरू होगा।

योग---------विष्कुम्भ योग रात्रि 20:54:34 तक रहेगा उसके बाद रात्रि 20:54:34 से प्रीति योग शुरू होगा।

करण---------गर करण दोपहर 13:18:39 तक उसके बाद  

करण--------वणिज करण रात्रि 25:16:42 तक रहेगा।

चन्द्रमा की राशि--- मिथुन राशि में चन्द्रमा रात्रि 21:42:16 तक रहेगा उसके बाद रात्रि 21:42:16 से कर्क राशि में चन्द्रमा शुरू होगा। 

सूर्य की राशि-----------सूर्य मकर राशि में ही रहेंगे।




सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-


सूर्योदय का समय:-प्रातः 07:13:07

सूर्यास्त का समय:-सायं 17:55:01

चन्द्रोदय का समय:- दोपहर 16:29:46

चन्द्रास्त का समय:-प्रातः(कल) 30:54:27

दिनमान का समय:-सुबह से 10:41:53

रात्रिमान का समय:-दोपहर से 13:17:27



आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-

पहला चरण के अक्षर पुनर्वसु नक्षत्र का समय प्रातःकाल 09:23:40 तक रहेगा।

दूसरा चरण को अक्षर पुनर्वसु नक्षत्र का समय दोपहर 15:34:09 तक रहेगा।

तीसरा चरण हा अक्षर पुनर्वसु नक्षत्र का समय रात्रि 21:42:16 तक रहेगा।

चतुर्थ चरण ही अक्षर पुनर्वसु नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 27:48:03 तक रहेगा।



आंग्ल मतानुसार 27 जनवरी  2021  ईस्वी सन


                    अशुभ मुहूर्त का समय                



दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:13 से 12:55 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:14 से 12:34 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 08:33 से 09:54 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

राहुकाल मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:34 से  13:54 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 


                      शुभ मुहूर्त का समय                      


अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 12:13 से दोपहर 12:55 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



                 दिशाशूल से बचने का उपाय:-             


दिशा शूल:-उत्तर दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो तिल या पुष्प लेकर या दान करके या दूध को पीकर यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।


            

 दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-     


लाभ का चौघड़िया:-प्रातः 07:13 से 08:33 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-प्रातः 08:33 से 09:54 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-प्रातः 09:54 से 11:14 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा

शुभ का चौघड़िया:-प्रातः 11:14 से 12:34 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ समय रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-दोपहर 12:34 से 13:54 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा। 

उद्वेग का चौघड़िया:-दोपहर 13:54 से 15:15 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-दोपहर 15:15 से 16:35 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-सायं 16:35 से 17:55 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

       


रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-



उद्वेग का चौघड़िया:-सायं 17:55 से 19:35 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-रात्रि 19:35 से 21:14 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-रात्रि 21:14 से 22:54 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-रात्रि 22:54 से 24:34 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:34 से 26:14 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-मध्यरात्रि 26:14 से 27:53 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-रात्रि 27:53 से 29:33 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 29:33 से 31:13 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।



सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मकर लग्न 13°11' गति 283°11' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र :- श्रवण नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:- पुनर्वसु नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:- मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के पहला चरण के खी अक्षर में रहेंगे।

चन्द्रमा ग्रह:- मिथुन राशि में पुनर्वसु नक्षत्र के पहला चरण के के अक्षर में रहेंगे।

मंगल ग्रह:-मेष राशि में भरणी नक्षत्र के पहला चरण के ली अक्षर रहेंगे।

बुध ग्रह:- कुंभ राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के तीजे  चरण के गु अक्षर आएगा।

गुरु ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के दुजे चरण के खू अक्षर आएगा।

शुक्र ग्रह:-धनु राशि में उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के पहला चरण के भे अक्षर रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के पहले चरण के खी अक्षर रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में मृगशीर्षा नक्षत्र के पहला चरण के वे अक्षर रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के तीसरा चरण के यी अक्षर रहेगा। 

 

27 तारीख को जन्में मनुष्य का मूलांक 9 के लिए शुभाशुभ:-


शुभ तारीखें:- हर महीने की 9,18,27 तारीख शुभ।

शुभ वार:-मंगलवार।

शुभवर्ष:-9,18,27,36,45,54,63,72,81,90,99 वें वर्ष अच्छे होते है।

शुभदिशा:-दक्षिण।

शुभ रंग:- लाल।

शुभ रत्न:- मूँगा।

शुभ धातु:-ताँबा।

आराध्य देव:-हनुमानजी, कार्तिकेय जी।

जपनीय मन्त्र:- ऊँ अं अंगारकाय नमः।

पूजन धारण योग्य यंत्र:-

            8          3         10 

            9           7        5   

            4          11       6   

मित्र अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):- 1,2,3,7,9।

शत्रु अंक (मालिक ग्रह के अनुसार ):-4,5।

सम अंक (मालिक ग्रह के  अनुसार):-6,8।