आज का पंचांग दिनांक 10 अप्रैल 2021 (Today's almanac dated 10 April 2021):-आज के दिन चतुर्दशी तिथि होने से चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिवजी जी की पूजा-अर्चना करके शिवजी जी को खुश करना चाहिए,जिससे शिवजी जी खुश होकर मनुष्य को आशीर्वाद प्रदान करेंगे,मनुष्य के जीवन आने वाली बाधाओं से मुक्ति मिल सके,सभी तरह के काम सिद्ध हो सके।
चतुर्दशी तिथि के दिन करने योग्य काम:-चतुर्दशी तिथि के दिन में मनुष्य को बन्धन,अग्नि,उग्र काम,घात, शल्यकाम, सांग्रामिक काम,शस्त्र-अस्त्र एवं लौह सम्बन्धी कार्य आदि करना अच्छा रहता हैं।
।।दैनिक पंचांग का विवरण।।
दिनांक-------------------10 अप्रैल 2021 महीना (अमावस्यांत् )---------फाल्गुन
महीना (पूर्णिमांंत् )-------------चैत्र
पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष
कलियुगाब्द्--------------------5122
विक्रम संवत्-------------------2077 विक्रम संवत
विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत
शक संवत्----------------------1942 शक संवत
ऋतु-----------------------------बसंत ऋतु
सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे
सूर्य का गोल------------------उत्तर गोले
संवत्सर(उत्तर)------------------प्रमादी
संवत्सर--------------------------शार्वरी
।।आज के पंचांग के हालात को जानें।।
तिथि----चतुर्दशी तिथि प्रातः(कल) 30:02:36 तक रहेगी।
वार-------------शनिवार।
नक्षत्र---पूर्वाभाद्रपदा नक्षत्र प्रातःकाल 06:45:03 तक रहेगा,
उसके बाद प्रातःकाल 06:45:03 से उत्तराभाद्रपद नक्षत्र शुरू होगा।
योग....ब्रह्म योग दोपहर 13:32:24 तक रहेगा, उसके बाद ऐन्द्र योग शुरू होगा।
करण..विष्टि(भद्रा) करण सायंकाल 17:12:03 तक रहेगा,उसके बाद
करण--शकुनि करण शुरू होकर प्रातः(कल) 30:02:36 तक रहेगा।
चन्द्रमा की राशि-- मीन राशि में चन्द्रमा पूरे दिन रहेगा।
सूर्य की राशि--------- सूर्य मीन राशि में रहेगा।
सौर प्रविष्टे............28,चैत्र।
सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-
सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 06:02:16।
सूर्यास्त का समय:-सायंकाल 18:42:49।
चन्द्रोदय का समय:-प्रातः(कल) 29:45:26।
चन्द्रास्त का समय:-सायंकाल 17:16:23।
दिनमान का समय:-दोपहर 12:40:32।
रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 11:18:21।
आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-
चोथे चरण दी अक्षर पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का समय प्रातःकाल 06:45:03 तक रहेगा।
पहला चरण दू अक्षर उत्तराभाद्रपद नक्षत्र का समय दोपहर 13:15:51 तक रहेगा।
दूसरे चरण थ अक्षर उत्तराभाद्रपद नक्षत्र का समय सायंकाल 19:48:01 तक रहेगा।
तीसरे चरण झ अक्षर उत्तराभाद्रपद नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 26:21:33 तक रहेगा।
।।आंग्ल मतानुसार 10 अप्रैल 2021 ईस्वी सन।।
।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।।
राहुकाल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 09:12 से 10:47 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे।
यमघण्टा मुहूर्त का समय:-दोपहर 13:58 से 15:33 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 06:03 से 07:37 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
दूर मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 07:44 से 08:34 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त हैं।
पंचक मुहूर्त का समय:-अहोरात्रि तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।
अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 11:57 से दोपहर 12:48 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।
।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।
दिशाशूल:-पूर्व दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो तिल या उड़द का दान करके या अदरक खाकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता हैं।
।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।
नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"
अर्थात-:
चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ:- में धंधा करें ।
रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे स्नान करें ।
काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।
दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 06:02 से 07:37 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:37 से 09:12 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:12 से 10:47 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:47 से 12:23 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-दोपहर 12:23 से 13:58 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-दोपहर 13:58 से 15:33 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-दोपहर 15:33 से 17:08 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-सायंकाल 17:08 से 18:43 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
लाभ का चौघड़िया:-सायंकाल 18:43 से 20:08 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-रात्रि 20:08 से 21:32 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-रात्रि 21:32 से 22:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-रात्रि 22:57 से 24:22 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:22 से 25:47 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:47 से 27:12 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:12 से 28:36 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:36 से 30:01 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।
सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मीन लग्न 26°13' गति 356°13' रहेगा।
सूर्य नक्षत्र :- रेवती नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।
चन्द्रमा नक्षत्र:-पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।
गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-
ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर
सूर्य ग्रह:-मीन राशि मे रेवती नक्षत्र के तीसरे चरण के च अक्षर में रहेंगे।
चन्द्रमा ग्रह:-मीन राशि में पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के चौथे चरण के दी अक्षर में रहेंगे।
मंगल ग्रह:-वृषभ राशि में मृगशिरा नक्षत्र के दूसरे चरण के वो अक्षर में रहेंगे।
बुध ग्रह:-मीन राशि में रेवती नक्षत्र के पहले चरण के दे अक्षर में रहेगा।
गुरु ग्रह:-कुंभ राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के तीजे चरण के गु अक्षर में रहेगा।
शुक्र-ग्रह:-मीन राशि में रेवती नक्षत्र के चौथा चरण के ची अक्षर में रहेगा।
शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीसरे चरण के खे अक्षर में रहेगा।
राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के तीसरे चरण के वी अक्षर में रहेगा।
केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के पहले चरण के नो अक्षर में रहेगा।
।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-
10 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 01 के लिए शुभाशुभ:-
शुभ-तारीखें:-हर माह की 1,10,19 व 28 तारीख शुभ है।
शुभ-वार:-रविवार,सोमवर।
शुभ-वर्ष:-उम्र के 1,10,19,28,37,46,55,64,73,82 और 91 वें वर्ष।
शुभ-दिशा:-पूर्व दिशा।
शुभ-रंग:-पिला,सुनहरा, नारंगी,ताम्रवर्ण।
शुभ-रत्न:-माणिक्य।
शुभ-धातु:-सोना,ताँबा।
आराध्य-देव:-सूर्य देव व शिव भगवान।
जपनीय-मन्त्र:-ऊँ घृणिः सूर्याय नमः ।
पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-
6 1 8
7 5 3
2 9 4
मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1,2,3,9।
शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-4,6,7,8।
सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-5।