Breaking

Sunday, April 25, 2021

आज का पंचांग दिनांक 25 अप्रैल 2021 (Today's almanac dated 25 April 2021)

               

आज का पंचांग दिनांक 25 अप्रैल 2021 (Today's almanac dated 25 April 2021):-आज के दिन त्रयोदशी तिथि होने से त्रयोदशी तिथि के स्वामी कामदेव जी की पूजा-अर्चना करके कामदेव जी को खुश करना चाहिए,जिससे कामदेव जी खुश होकर मनुष्य के दाम्पत्य जीवन में प्रेम की भावना बढ़ सके और मनुष्य के जीवन में चारों ओर प्रेम ही प्रेम रह सके। जिससे उनका आशीर्वाद मिल सके और मनुष्य को अपने दाम्पत्य जीवन सुख-शांति एवं प्यार की प्राप्ति हो सके।

त्रयोदशी तिथि के दिन करने योग्य काम:-त्रयोदशी तिथि के दिन में मनुष्य को अग्न्याधान, प्रतिष्ठा, विवाह, उपनयन, समस्त मांगलिक काम, यात्रा आदि काम करना ठीक रहता है।

आज के दिन सर्वाथ-अमृत सिद्धि योग:- होने से जिन मांगलिक कामों कोई मुहूर्त नहीं मिलने पर सर्वाथ-अमृत सिद्धि मुहूर्त में मांगलिक और दूसरे सभी काम करने से काम में सफलता मिलती हैं।

आज के दिन अनंग त्रयोदशी श्री महावीरजी की जयंती का दिन हैं।



         ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक-------------------25 अप्रैल 2021            महीना (अमावस्यांत् )---------चैत्र

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------चैत्र

पक्ष------------------------------शुक्ल पक्ष

कलियुगाब्द्--------------------5123

विक्रम संवत्-------------------2078 विक्रम संवत

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत

शक संवत्----------------------1943 शक संवत

ऋतु-----------------------------बसंत ऋतु

सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे

सूर्य का गोल------------------उत्तर गोले

संवत्सर(उत्तर)------------------आनंद

संवत्सर--------------------------प्लव 



       ।।आज के पंचांग के हालात को जानें।। 


तिथि----त्रयोदशी तिथि सायंकाल 16:12:25 तक रहेगी,

उसके बाद चतुर्दशी तिथि शुरू होगी।

वार-------------रविवार

नक्षत्र---हस्त नक्षत्र अधोरात्री 25:53:35 तक रहेगा।

योग....व्याघात योग प्रातःकाल 08:12:40 तक  रहेगा। 

उसके बाद हर्षण नक्षत्र प्रातः(कल) 28:21:18 तक रहेगा।

करण..कौलव करण प्रातःकाल 05:48:17 तक रहेगा,उसके बाद

करण..तैतिल करण सायंकाल  16:12:25 तक रहेगा,उसके बाद

करण... गर करण प्रातः(कल) 26:30:27 तक रहेगा।

चन्द्रमा की राशि-- कन्या राशि में चन्द्रमा रहेगा।

सूर्य की राशि---------मेष राशि में सूर्य रहेगा।

सौर प्रविष्टे............12,वैशाख।



सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-

सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 05:46:58।

सूर्यास्त का समय:-रात्रिकाल 18:51:29।

चन्द्रोदय का समय:-सायंकाल 16:58:26।

चन्द्रास्त का समय:-प्रातः(कल) 29:14:13।

दिनमान का समय:-दोपहर 13:04:31।

रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 10:54:33।



आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-

पहला चरण पू अक्षर हस्त नक्षत्र का समय प्रातःकाल 09:47:40 तक रहेगा।

दूसरे चरण ष अक्षर हस्त नक्षत्र का समय दोपहर 15:11:09 तक रहेगा।

तीसरे चरण ण अक्षर हस्त नक्षत्र का समय रात्रिकाल 20:33:04 तक रहेगा।

चौथा चरण ठ अक्षर हस्त नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 25:53:35 तक रहेगा।


 ।।आंग्ल मतानुसार 25 अप्रैल  2021  ईस्वी सन।।


   ।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।।               

राहुकाल मुहूर्त का समय:-सायंकाल 17:13 से 18:51 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:19 से 13:57 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:35 से 17:13 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-सायंकाल 17:07 से 17:58 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त हैं।




        ।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।                     

अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 11:53 से दोपहर 12:45 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



   ।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।


दिशा शूल:-पश्चिम दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो चॉकलेट या दलिया खाकर या घी का पान करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।


 ।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ:- में धंधा करें ।

रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे  स्नान करें ।

काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।


   दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:- 


उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 05:47 से 07:25 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:25 से 09:03 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:03 से 10:41 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:42 से 12:19 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ  रहेगा।

काल का चौघड़िया:-दोपहर 12:19 से 13:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-दोपहर 13:57 से 15:35 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-दोपहर 15:35 से 17:13 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-सायंकाल 17:13 से 18:51 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

       


रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


शुभ का चौघड़िया:-सायंकाल 18:51 से 20:13 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-रात्रिकाल 20:13 से 21:35 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-रात्रिकाल 21:35 से 22:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-रात्रिकाल 22:57 से 24:19 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:19 से 25:41 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:41 से 27:02 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:02 से 28:24 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:24 से 29:46 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।


 

।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।


सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मेष लग्न 10°53' गति 10°53' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र :- अश्विनी  नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-हस्त  नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-मेष राशि मे अश्विनी नक्षत्र के चौथे चरण के ला अक्षर में रहेंगे।

चन्द्रमा ग्रह:-कन्या राशि में हस्त नक्षत्र के पहला चरण के पू अक्षर में रहेंगे।

मंगल ग्रह:-मिथुन राशि में आर्द्रा नक्षत्र के पहले चरण के कु अक्षर में रहेंगे।

बुध ग्रह:-मेष राशि में भरणी नक्षत्र के दूसरे चरण के लू अक्षर में रहेगा।

गुरु ग्रह:-कुंभ राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के तीजे चरण के गु अक्षर में रहेगा। 

शुक्र-ग्रह:-मेष राशि में भरणी नक्षत्र के दूसरे चरण के लू अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीसरे चरण के खे अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के तीसरे चरण के वी अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के पहले चरण के नो अक्षर में रहेगा। 


    ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-


25 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 07 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 7,16 और 25 तारीख।

शुभ-वार:--बुधवार 

शुभ-वर्ष:-उम्र के 7,16,25,34,43,52,61,70,79,88 और 97 वें वर्ष।

शुभ-दिशा:-वायव्य(उत्तर-पश्चिम)

शुभ-रंग:--हल्का रंग।

शुभ-रत्न:-लहसुनिया।

शुभ-धातु:-मिश्रित धातु।

आराध्य-देव:-भगवान नृसिंह जी।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ कें केतवे नमः।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

                  14      9     16 

                  15     13    11

                  10     17     12

मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-5,6,7 और 8।

शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1,2,4 और 9।

सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):--3।