तिल शास्त्र या विज्ञान से जान सकते है, भाग्य के नतीजे(The results of luck can be learned from Til shastra or science):-हकीकत में तिल या मोल मनुष्य की निरोगता, मिजाज, व्यक्तितत्व व किस्मत के मापदंड है, जिस तरह वायुमण्डल के दबाव को नापने के लिए बैरोमीटर होता है, उसी तरह ही मनुष्य की देह की निरोगता, मिजाज, व्यक्तितत्व व किस्मत को तिलों के द्वारा जान सकते है। तिलों से मनुष्य के भाग्य की जानकारी ,मनुष्य के जीवन की भविष्यवाणी की जानकारी और मनुष्य की निरोगता के बारे में जानकारी को पुराने जमाने से चली आ रही है। आज के युग में भी मनुष्य के तिलों से दूसरे मनुष्य के बारे में जान सकते है, उनके किन-किन जगहों पर तिल है और उस तिल की जगह के क्या नतीजे होंगे।
पुराने जमाने से ही हस्तरेखा विज्ञान व ज्योतिष शास्त्र के समान ही तिल शास्त्र भी सबसे ज्यादा पुराना है। वास्तव में तिल शास्त्र को समुद्र ऋषि के द्वारा बनाया गया शास्त्र सामुद्रिक शास्त्र का ही एक भाग है। सामुद्रिक शास्त्र के अंदर हस्तरेखा विज्ञान, मुखाकृति विज्ञान और शरीर लक्षण शास्त्र या तिल शास्त्र को भी गिना जाता है।
किसी शायर ने किसी सुंदर हसीना के चेहरे पर तिल को देखकर कहा कि उस हसीना के चेहरे पर सुंदरता का मापदंड बताया जाता है।
शायरी:-आज समझा तेरे रुखसार पे तिल का मतलब,तूने दौलते हुस्न पे दरबान बिठा रखा है।
मनुष्य के देह पर तिल अपना स्थान बदलते रहते है।किसी भी मनुष्य की नीरोगता के बारे में मनुष्य की देह के तिलों से सूचना मिल सकती है।
यदि किसी भी आदमी या औरत की बाई छाती के तीन सेंटीमीटर नीचे की जगह पर तिल होने से उन आदमी या औरत को दिल का दौरा पड़ सकता है।यदि तिल अपनी जगह से नहीं हटता है,तो आदमी या औरत को दिल के दौरे से बच जायेगा और वह तिल अपनी जगह से हट जाता है तो आदमी या औरत को दिल का दौरा मारने डालने के समान पक्का हो सकता है।
तिलों के सभी आकार:-जरा से तिल छोटे आकार के और जरा से तिल बड़े व उभार लिये हुए होते है। बड़े आकार के तिलों का असर ज्यादा और व छोटे आकार के तिलों का असर जरा सा सिमा के अन्दर होता है। लेकिन मनुष्यों के देह पर मझले या बीच वाले आकार के तिलों का असर का विचार व मनन करते हुए जानना चाहिए।
आदमियों-औरतों की देह पर तिलों का नतीजा:-
देह के दाएं और बाएं जगह पर तिलों का नतीजा:- आदमियों के देह की दाएं जगह पर तिलों को अच्छा माना जाता है और औरतों की देह के बाएं जगह पर तिलों को अच्छा माना जाता है। औरतों की देह के दाएं जगह पर तिल होता है तो वह तिल खराब नतीजा देता है।
आदमियों के देह के बाएं जगह पर तिल होता है तो वह तिल खराब नतीजा देता है।
जरा से तिल तो मनुष्यों में जन्म जात होते है,जरा से तिल किसी समय प्रमुख जगह पर अपने आप ही जाहिर हो जाते है। कभी-कभी जरा से तिल लुप्त हो जाते है। जब मनुष्यों के जीवन के समय में परिवर्तन होने का जमाना प्रारम्भ होता है, तो नये तिल तो जाहिर हो जाते है या फिर जरा से पुराने तिल लुप्त होने लगते है। परिवर्तन मनुष्य के जीवन काल में भी दो तरह का १ मन से मेल-मिलाप का परिवर्तन और मन के विरुद्ध सहारा देने के परिवर्तन(नेगेटिव चेंज) का होता है।
सिर की जगह पर तिलों का नतीजा:-जिस किसी आदमी के दाहिनी ओर तिल व औरत के बायीं तरफ तिल होता है, वे आदमी या औरत ज्यादा की इच्छा रखने वाली, अपने आप पर अभिमान करने वाले व किसी भी चीज या बात के बारे में जानने के इच्छुक होते है।
इस तरह आदमीयों या औरतों की गहरी रुचि सामाजिक सेवा करने में और राजनीति में होती है।
आदमियों के दाहिनी तरफ तिल होने से व औरतों के बायीं तरफ तिल होने से वे आने वाले समय में कोई महान व्यक्तित्व वाले बनते है।
आदमियों के दाहिनी तरफ तिल होने से व औरतों के बायीं तरफ तिल होने से वे भोग-विलास में किसी तरह से ज्यादा दिलचस्पी वाली नहीं होती है।
माथे की जगह पर तिलों का नतीजा:-किसी भी आदमी के माथे की मध्य जगह से दाहिनी तरफ या औरत के माथे की मध्य जगह से बायीं तरफ तिल होता है तो वह आदमी या औरत कड़े मिजाज के होते है,उनके विचारने का दृष्टिकोण से खुले और अन्य आदमियों या औरतों से जुदा होते है।
आदमी के माथे की मध्य जगह से दाहिनी तरफ या औरत के माथे की मध्य जगह से बायीं तरफ तिल होता है तो उन आदमी या औरतें पर भौम ग्रह का असर होने से आदमी या औरतें जन्म से ही हिम्मत वाले खतरों का सामना करने वाले होते है।
आदमी के माथे की मध्य जगह से दाहिनी तरफ या औरत के माथे की मध्य जगह से बायीं तरफ तिल होने से कोई भी तरह से फर्क नहीं पड़ता है।जिस किसी भी औरत के दाहिनी तरफ मस्तक के तिल होने से वे 30 वर्ष की उम्र के बाद में ज्यादा अपने भुजा की ताकत से धन-धान्य से पूरी तरह से पूर्ण बनने वाले होते है।आदमी के माथे की मध्य जगह से दाहिनी तरफ तिल होने से वे 30 वर्ष की उम्र की आयु के बाद में अपने जीवन मे मेहनत करते हुए कामयाब होकर इज्जत पाते है।
नाक की जगह पर तिल:-आदमियों या औरतों के नाक के आगे के भाग पर तिल होने पर आदमी या औरत बहुत ही अच्छे भाग्य वाले होते है। आदमी या औरत जिस किसी भी काम या धन्धे में हाथ डालते है, तो उस काम में उनको कामयाबी मिलती है।
नाभिक के बाजू में या कपोल पर तिल वाले अधिक भाग्यवान होते है,जो नीचे की जगह से उठकर तारों-सितारों की तरह उनका नाम जाना जाता है। इस तरह तिल अनेक तरह के मंत्रियों और ऊंचे पद आसीन अधिकारियों के मुख पर देखे जा सकते है।
जब किसी आदमी या औरत के नाक के दाहिनी तरफ तिल होने पर वे आदमी या औरत घूमने-फिरने के शौकीन मिजाज के होते है, इस तरह के आदमी या औरतें अपने दुश्मनों या विरोध करने वालों पर भारी पड़ने वाले होते है।
जब किसी आदमी या औरत के नाक के बायीं तरफ तिल होने पर वे आदमी या औरत का मिजाज में बदलाव करते-रहने वाले होते है और इस तरह से आदमी या औरत रोमांस करने के मूड वाले और इनको दुर्घटनाओं से सचेत रहने की जरूरत होती है।
होंठ की जगह पर तिल का नतीजा:-जब किसी भी औरत के होंठ के ऊपर की जगह पर तिल होने पर वह औरत अपना जीवन पूरी तरह से शानो-शौकत से व धन-धान्य से बिताने वाली होती है।
जब किसी भी औरत के नीचे के होंठ की जगह पर तिल होने पर वह औरत अधिक सुंदरता की तरफ व कामक्रीड़ा में झुकाव ज्यादा रखने वाली होती है।
भौंहें की जगह पर तिल का नतीजा:-आदमी या ओरत के दोनों भौंहें के मध्य की जगह पर तिल अच्छे भाग्य और ऐश्वर्यवयान की निशानी होती है।
आदमी के दाहिनी भौंहें पर तिल होने से वे आदमी सुंदर देह व रंग की व अच्छे भाग्य को साथ लेकर आने वाली पत्नी को पाने वाला होता है।
आदमी के बायीं भौंहें पर तिल होने से वे आदमी अपनी जिद पर अड़े रहने वाले और मौके का फायदा उठाने वाले मिजाज के होते है।
आदमी के दाहिनी आंख पर तिल होने पर वह अपने माशूका या प्रेमिका से ज्यादा प्यार पाने वाला होता है, जिससे उनको जीवन में सभी तरह के सुख व जितना मीले उसमें उनको सन्तोष होता है।
जिस किसी भी आदमी या औरत के दोनों भौंहें के बीच में या पैर के तलवों पर तिल होने पर वे आदमी या औरत अधिक यात्राएं करने में रुचि वाले होते है।
गाल की जगह पर तिल का नतीजा:-जिस किसी औरत के बायें गाल की जगह पर तिल होने पर वे अपने वैवाहिक जीवन को सुख से अच्छी तरह से बिताने वाले होते है।
जिस किसी औरत के बायें गाल की जगह पर तिल होने पर वे अपने मनपसंद आदमी से विवाह करने में कामयाब होती है।
जिस किसी औरत के दाहिने गाल की जगह पर तिल होने पर वे सम्पन्न औरत सन्तानों में उनको लड़कियों से ज्यादा लड़के होते है।
जिस किसी आदमी के दाहिने गाल की जगह पर तिल होने पर वे आदमी जीवन के क्षेत्र में किसी न किसी जगह पर अपना नाम रोशन करने वाले होते है।
कान की जगह पर तिल:-जिस किसी आदमी या औरत के कान के ऊपरी जगह पर तिल होने पर वे आदमी या औरत सम्पन्न व सम्मान के साथ जीवन को जीने वाले होते हैं।उनको परिवार के लोगों से व यार-दोस्तों से पूर्ण रूप प्यार व सहयोग मिलता है।
जिस किसी आदमी या औरत के कान के नीचे की जगह पर तिल होने पर वे आदमी या औरत कर्ज में डूबे रहने वाले, वे किसी भयंकर रोग से ग्रसित रहने वाले और उनके साथ कोई भी बुरे हादसों का शिकार होंने वाले होते हैं।
जिस किसी आदमी या औरत के कान के पीछे की जगह पर तिल होने पर वे आदमी या औरत बड़ी उम्र तक जीवन को जीने वाले व उनको पुश्तैनी जमीन-जायदाद व रुपये-पैसे मिलते है।
जिस किसी आदमी या औरत के कान के अंदर की जगह पर तिल होने पर वे आदमी या औरत भोग-विलास का जीवन जीने वाले होते है।
जीभ की जगह पर तिल के नतीजे:-जिस किसी आदमी या औरत के जिव्हा के मध्य कि जगह पर तिल होने पर वे आदमी या औरत की पढ़ाई-लिखाई में बाधा आती है व उनके लिए खराब होता है।
जिस किसी आदमी या औरत के जिव्हा के मध्य कि जगह पर तिल होने पर वे आदमी या औरत की बोली बोलने के ढंग में भी बदलाव आकर वे ठीक से नहीं बोल पाते है।
जिस किसी आदमी या औरत के जिव्हा के सिरे कि जगह पर तिल होने पर वे आदमी या औरत के लिए अच्छा होने से वे अच्छी व मिट्ठी वाणी से बोलने वाले होते है।
जिस किसी आदमी या औरत के जिव्हा के नीचे कि जगह पर तिल होने पर वे आदमी या औरत सीधे-साधे मिजाज के होने से वे सांसारिक जीवन के सुख व ऐश्वर्य को छोड़कर आत्मा की शुद्धि के लिए सन्यास आश्रम की चले जाने वाले होते है।
ठुड्डी की जगह पर तिलों के नतीजे:-जिस किसी भी औरत के ठुड्डी के मध्य में तिल होने से वे औरत सम्पन्नता वाली व धन से परिपूर्ण जीवन को बिताने वाली होती है और आध्यात्मिक सोच वाली होती है।
जिस किसी भी आदमी के ठुड्डी के मध्य में तिल होने से वे आदमी दूसरों की भलाई करने वाले व परमात्मा व आत्मा से सम्बन्ध रखते हुए जीवन में विख्यात व