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Saturday, June 26, 2021

आज का पंचांग दिनांक 26 जून 2021 (Aaj ka panchang date 26 June 2021)

                


आज का पंचांग दिनांक 26 जून 2021 (Aaj ka panchang date 26 June 2021):-

द्वितीया तिथि के स्वामी:-द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्माजी को पूजा-अर्चना करके उनको खुश करके उनका आशीर्वाद पाना चाहिए, जिससे मनुष्य को अपने जीवन धन-सम्पति मिल सके।

द्वितीया तिथि के दिन करने योग्य काम:-द्वितीया तिथि के दिन मनुष्य को राजकीय प्रशासनिक काम, विवाह, उपनयन, यात्रा, देवप्रतिष्ठा, आभूषण, गृह, समस्त पौष्टिक एवं शुभ आदि काम करना ठीक रहता है।


सर्वाथ सिद्धि योग:-आज के दिन सर्वाथ सिद्धि योग होने से जिन मांगलिक कामों कोई मुहूर्त नहीं मिलने पर सर्वाथ सिद्धि मुहूर्त में मांगलिक और दूसरे सभी काम करने से काम में सफलता मिलती हैं।




         ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक------------------26 जून 2021          

महीना (अमावस्यांत् )---------ज्येष्ठ

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------आषाढ़

पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष

कलियुगाब्द्--------------------5123

विक्रम संवत्-------------------2078 विक्रम संवत

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत

शक संवत्----------------------1943 शक संवत

ऋतु-----------------------------ग्रीष्म ऋतु

सूर्य का अयण----------------दक्षिणायणे

सूर्य का गोल------------------उत्तर गोले

संवत्सर(उत्तर)------------------आनंद

संवत्सर--------------------------प्लव 



       ।।आज के पंचांग के हालात को जानें।। 


तिथि----द्वितीया तिथि सायंकाल 18:10:36 तक रहेगी,

उसके बाद तृतीया  तिथि शुरू होगी।

वार-------------शनिवार

नक्षत्र---उत्तराषाढ़ा नक्षत्र प्रातः(कल) 26:35:17 तक रहेगा।

योग....ऐन्द्र योग सायंकाल 19:17:00 तक रहेगा। 

करण...तैतिल करण प्रातःकाल 07:31:14 तक रहेगा। उसके बाद 

करण...गर करण सायंकाल 18:10:36 तक रहेगा,

उसके बाद वणिज करण शुरू होकर प्रातः(कल) 28:57:43 तक रहेगा।

चन्द्रमा की राशि--धनु राशि में चन्द्रमा  प्रातःकाल 09:54:20 तक रहेगा, उसके बाद 

मकर राशि में चन्द्रमा शुरू होकर रहेगा।

सूर्य की राशि---------मिथुन राशि में सूर्य रहेगा।

सौर प्रविष्टे............12, आषाढ़।



सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-

सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 05:26:31।

सूर्यास्त का समय:-रात्रिकाल 19:21:28।

चन्द्रोदय का समय:-रात्रिकाल 21:13:39।

चन्द्रास्त का समय:-प्रातःकाल 06:42:54।

दिनमान का समय:-दोपहर 13:54:58।

रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 10:05:20। 



आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-

पहले चरण भे अक्षर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का समय प्रातःकाल  09:54:20 तक रहेगा।

दूसरे चरण भो अक्षर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का समय दोपहर  15:26:03 तक रहेगा।

तीसरे चरण जा अक्षर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का समय रात्रिकाल  20:59:40 तक रहेगा।

चौथे चरण जी अक्षर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 26:35:17 तक रहेगा। 


 ।।आंग्ल मतानुसार 26 जून  2021  ईस्वी सन।


  ।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।।             

राहुकाल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 08:55 से 10:40 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-दोपहर 14:08 से 15:53 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 05:27 से 07:11 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 07:18 से 08:14 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।



        ।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।                     

अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 11:56 से दोपहर 12:52 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



   ।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।


दिशाशूल:-पूर्व दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो तिल या उड़द का दान करके या अदरक खाकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता हैं




 ।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ:- में धंधा करें ।

रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे  स्नान करें ।

काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।


   दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:- 


काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 05:27 से 07:11 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:11 से 08:55 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:55 से 10:40 तक रहेगा, जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:40 से 12:24 तक रहेगा, जो कि शुभ  कार्य को करने के लिए शुभ  रहेगा।

चर का चौघड़िया:-दोपहर 12:24 से 14:08 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-दोपहर 14:08 से 15:53 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-दोपहर 15:53 से 17:37 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-सायंकाल 17:37 से 19:21 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

       


रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


लाभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 19:21 से 20:37 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-रात्रिकाल 20:37 से 21:53 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 21:53 से 23:08 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए  शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-रात्रिकाल 23:08 से 24:24 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:24 से 25:40 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:40 से 26:55 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 26:55 से 28:11 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ  रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:11 से 29:27 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।


 

।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।


सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मिथुन लग्न 10°28' गति 70°28' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र :- आर्द्रा  नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-उत्तराषाढ़ा  नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-मिथुन राशि मे आर्द्रा नक्षत्र के दूसरे चरण के घ अक्षर में रहेंगे।

चन्द्रमा ग्रह:-धनु राशि में उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के पहले चरण के भे अक्षर में रहेंगे।

मंगल ग्रह:कर्क राशि में पुष्य नक्षत्र के चतुर्थ  चरण के ड अक्षर में रहेंगे।

बुध ग्रह:वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के चौथे चरण के वु अक्षर में रहेगा।

गुरु ग्रह:कुंभ राशि में शतभिषा नक्षत्र के पहले चरण के गो अक्षर में रहेगा। 

शुक्र-ग्रह:-मिथुन राशि में पुष्य नक्षत्र के फल चरण के हु अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीसरे चरण के खे अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के दूसरे चरण के वा अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में अनुराधा नक्षत्र के चौथे चरण के ने अक्षर में रहेगा। 


    ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-


26 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 08 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 8, 17 और 26 तारीख।

शुभ-वार:--शनिवार।

शुभ-वर्ष:-उम्र के 8, 17, 26, 35, 44, 53, 62, 71, 80 ,89 और 98 वें वर्ष।

शुभ-दिशा:-पश्चिम

शुभ-रंग:--काला और नीला।

शुभ-रत्न:-नीलम।

शुभ-धातु:-लोहा।

आराध्य-देव:-शनि देव, हनुमानजी और शिवजी।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ शं शनैश्चराय नमः।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

                  9      4     11 

                 10      8       6

                  5       12     7

मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):4, 5, 6 और 8।

शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):--1, 2, 7 और 9।

सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-3।