Breaking

Saturday, July 3, 2021

आज का पंचांग दिनांक 03 जुलाई 2021 (Aaj ka panchang date 03 July 2021)

                



आज का पंचांग दिनांक 03 जुलाई 2021 (Aaj ka panchang date 03 July 2021):-नवमी तिथि के स्वामी:-नवमी तिथि के स्वामी दुर्गा माता जी की पूजा-अर्चना करके उनको खुश करना चाहिए।जिससे माता दुर्गा जी की अनुकृपा मनुष्य पर बनी रहे,जीवन में धन-धान्य का भंडार भरा रहे और सभी तरह के कामों में किसी तरह की बाधा नहीं आवे।

नवमी तिथि के दिन करने योग्य काम:-नवमी तिथि के दिन मनुष्य को अपने दुश्मन का शमन, अर्थवविद्या (जादू-टोना), अस्त्र-शस्त्र, लौह, अग्नि, बन्धन, उच्चाटन, मारण, उग्र काम, घात, शल्यकाम, सांग्रामिक काम, तीर्थ यात्राएं, मेले आदि के कामों को करना ठीक रहता है।


दशमी तिथि के स्वामी:-दशमी तिथि के स्वामी काल देव जी की पूजा-अर्चना करके उनको खुश करना चाहिए।जिससे काल देव जी की अनुकृपा मनुष्य पर बनी रहे, जीवन में धन-धान्य का भंडार भरा रहे, बुरे समय से रक्षा हो सके और सभी तरह के कामों में किसी तरह की बाधा नहीं आवे।

दशमी तिथि के दिन करने योग्य काम:-दशमी तिथि के दिन मनुष्य को अपने मकान की स्थापना, शादी, यात्रा, उपनयन, शांति और पौष्टिक काम करना उत्तम रहता है।


         ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक------------------03 जुलाई 2021          

महीना (अमावस्यांत् )---------ज्येष्ठ

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------आषाढ़

पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष

कलियुगाब्द्--------------------5123

विक्रम संवत्-------------------2078 विक्रम संवत

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत

शक संवत्----------------------1943 शक संवत

ऋतु-----------------------------वर्षा ऋतु

सूर्य का अयण----------------दक्षिणायणे

सूर्य का गोल-----------------उत्तर गोले

संवत्सर(उत्तर)------------------आनंद

संवत्सर--------------------------प्लव 


       ।।आज के पंचांग के हालात को जानें।। 


तिथि----नवमी तिथि सायंकाल 17:29:59 तक रहेगी,

उसके बाद दशमी तिथि शुरू होगी।

वार-------------शनिवार

नक्षत्र---रेवती नक्षत्र प्रातः(कल) 06:12:29 तक रहेगा, उसके बाद अश्विनी नक्षत्र शुरू होगा।

योग....अतिगण्ड योग प्रातःकाल 11:26:45 तक रहेगा,उसके बाद 

सुकर्मा योग शुरू होगा।

करण...गर करण सायंकाल 17:29:59 तक रहेगा। उसके बाद 

करण...वणिज करण शुरू होकर प्रातः(कल) 30:40:27 तक रहेगा।

चन्द्रमा की राशि--मीन राशि में चन्द्रमा प्रातःकाल 06:12:28 रहेगा, उसके बाद में मेष राशि में चन्द्रमा रहेगा।

सूर्य की राशि---------मिथुन राशि में सूर्य रहेगा।

सौर प्रविष्टे............19, आषाढ़।



सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-

सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 05:28:58।

सूर्यास्त का समय:-रात्रिकाल 19:21:42।

चन्द्रोदय का समय:-प्रातः(कल) 25:21:18।

चन्द्रास्त का समय:-दोपहर 13:39:42।

दिनमान का समय:-दोपहर 13:52:43।

रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 10:07:40। 



आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-

चौथे चरण ची अक्षर रेवती नक्षत्र का समय प्रातःकाल 06:12:28 तक रहेगा। 

पहले चरण चु अक्षर अश्विनी नक्षत्र का समय दोपहर  12:53:21 तक रहेगा।

दूसरे चरण चे अक्षर अश्विनी नक्षत्र का समय रात्रिकाल  19:35:45 तक रहेगा।

तीसरे चरण चो अक्षर अश्विनी नक्षत्र का समय प्रातः(कल)  26:19:29 तक रहेगा।



 ।।आंग्ल मतानुसार 03 जुलाई  2021  ईस्वी सन।


    ।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।। 


राहुकाल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 08:57 से 10:41 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-दोपहर 14:09 से 15:54 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 05:29 से 07:13 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 07:20 से 08:16 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

पंचक मुहूर्त का समय:अहोरात्र तक रहेगा, जो कि अशुभ मुहूर्त समय है।

गण्डमूल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 05:26 से  प्रातः(कल) 06:12 तक रहेगा, जो की अशुभ मुहूर्त हैं।


        ।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।                     

अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 11:58 से दोपहर 12:53 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



   ।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।


दिशाशूल:-पूर्व दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो तिल या उड़द का दान करके या अदरक खाकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता हैं। 



 ।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ:- में धंधा करें ।

रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे  स्नान करें ।

काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।


   दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:- 


काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 05:29 से 07:13 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:13 से 08:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:57 से 10:41 तक रहेगा, जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:41 से 12:25 तक रहेगा, जो कि शुभ  कार्य को करने के लिए शुभ  रहेगा।

चर का चौघड़िया:-दोपहर 12:25 से 14:09 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-दोपहर 14:09 से 15:54 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-दोपहर 15:54 से 17:38 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-सायंकाल 17:38 से 19:22 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

       


रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


लाभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 19:22 से 20:38 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-रात्रिकाल 20:38 से 21:54 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 21:54 से 23:10 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए  शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-रात्रिकाल 23:10 से 24:26 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:26 से 25:42 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:42 से 26:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 26:57 से 28:13 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ  रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:13 से 29:29 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।


 

।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।


सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मिथुन लग्न 17°9' गति 77°9' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र :- आर्द्रा  नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-रेवती  नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-मिथुन राशि मे आर्द्रा नक्षत्र के चौथे चरण के छ अक्षर में रहेंगे।

चन्द्रमा ग्रह:-मीन राशि में रेवती नक्षत्र के  चौथे चरण के ची अक्षर में रहेंगे।

मंगल ग्रह:कर्क राशि में आश्लेषा नक्षत्र के चतुर्थ  चरण के डी अक्षर में रहेंगे।

बुध ग्रह:वृषभ राशि में मृगशिरा नक्षत्र के पहले चरण के वे अक्षर में रहेगा।

गुरु ग्रह:कुंभ राशि में शतभिषा नक्षत्र के पहले चरण के गो अक्षर में रहेगा। 

शुक्र-ग्रह:-कर्क राशि में पुष्य नक्षत्र के तीसरे चरण के हो अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीसरे चरण के खे अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के दूसरे चरण के वा अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में अनुराधा नक्षत्र के चौथे चरण के ने अक्षर में रहेगा। 


    ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-


03 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 03 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 3, 12, 21 व 30 तारीख शुभ होती है।

शुभ-वार:-गुरुवार।

शुभ-वर्ष:-उम्र के 3, 12, 21, 30, 39, 48, 57, 66, 75, 84 व 93 वें वर्ष ।

शुभ-दिशा:-ईशान कोण की दिशा।

शुभ-रंग:-पिला, सुनहरा।

शुभ-रत्न:-पुखराज।

शुभ-धातु:-सोना।

आराध्य-देव:-विष्णु जी।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ बृं बृहस्पतये नमः।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

               10      5       12

               11      9         7

                6      13        8

मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1, 2, 3 व 9।

शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-5 व 6।

सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-4, 7 व 8।