आज का पंचांग दिनांक 27 जुलाई 2021(Aaj ka panchang date 27 July 2021):-चतुर्थी तिथि के स्वामी:-चतुर्थी तिथि के स्वामी भगवान गणपति जी की पूजा-अर्चना करके उनको खुश करना चाहिए। जिससे भगवान गणपति जी की अनुकृपा मनुष्य पर बनी रहे और सभी तरह के कामों में किसी तरह की बाधा नहीं आवे।
चतुर्थी तिथि के दिन करने योग्य काम:-चतुर्थी तिथि के दिन मनुष्य को अपने दुश्मन का दमन करना, अर्थवविद्या (जादू-टोना आदि), शस्त्र, अग्नि, बन्धन, उच्चाटन, मारण आदि समस्त कामों को करने में सफलता मिलती हैं।
विशेष:-आज के दिन श्रावणी चतुर्थी व्रतं एवं चन्द्रोदय रात्रि 22:07 को रहेगा।
।।दैनिक पंचांग का विवरण।।
दिनांक------------------27 जुलाई 2021
महीना (अमावस्यांत् )---------आषाढ़
महीना (पूर्णिमांंत् )-------------श्रावण
पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष
कलियुगाब्द्--------------------5123
विक्रम संवत्-------------------2078 विक्रम संवत
विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत
शक संवत्----------------------1943 शक संवत
ऋतु-----------------------------वर्षा ऋतु
सूर्य का अयण----------------दक्षिणायणे
सूर्य का गोल-----------------उत्तर गोले
संवत्सर(उत्तर)------------------आनंद
संवत्सर--------------------------प्लव
।।आज के पंचांग के हालात को जानें।।
तिथि----चतुर्थी तिथि प्रातः(कल) 26:27:41 तक रहेगी,
वार-------------मंगलवार।
नक्षत्र---धनिष्ठा नक्षत्र प्रातःकाल 10:12:42 तक रहेगा,
उसके बाद पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र शुरू होगा।
योग....शोभन योग रात्रिकाल 21:08:53 तक रहेगा,
उसके बाद अतिगण्ड योग रहेगा।
करण...बव करण दोपहर 14:35:07 तक रहेगा।
उसके बाद
करण...बालव करण शुरू होकर प्रातः(कल) 26:27:41 तक रहेगा।
चन्द्रमा की राशि--कुम्भ राशि में चन्द्रमा प्रातः(कल) 28:31:58 तक रहेगा,
उसके बाद में मीन राशि में चंद्रमा रहेगा।
सूर्य की राशि--------कर्क राशि में रहेगा।
सौर प्रविष्टे............12, श्रावण
सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-
सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 05:41:00।
सूर्यास्त का समय:-रात्रिकाल 19:13:57।
चन्द्रोदय का समय:-रात्रिकाल 21:50:20।
चन्द्रास्त का समय:-प्रातःकाल 08:42:31।
दिनमान का समय:-दोपहर 13:32:57।
रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 10:27:36।
आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-
चौथे चरण सू अक्षर शतभिषा नक्षत्र का समय प्रातःकाल 10:12:42 तक रहेगा।
पहले चरण से अक्षर पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का समय सायंकाल 16:16:17 तक रहेगा।
दूसरे चरण सो अक्षर पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का समय रात्रिकाल 22:22:42 तक रहेगा।
तीसरे चरण दा अक्षर पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 28:31:58 तक रहेगा।
।।आंग्ल मतानुसार 27 जुलाई 2021 ईस्वी सन।
।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।।
राहुकाल मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:51 से 17:32 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे।
यमघण्टा मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 09:04 से 10:46 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
गुलिक मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:27 से 14:09 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
दूर मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 08:24 से 09:18 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
दूर मुहूर्त का समय:-रात्रिकाल 23:25 से 24:19 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त हैं।
पंचक मुहूर्त का समय:-अहोरात्र 24:00 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।
अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 12:00 से दोपहर 12:55 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।
।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।
दिशा शूल:-उत्तर दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो भूमि का दान करके या गुुुड़ खाकर या छाछ पीकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।
।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।
नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"
अर्थात-:
चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ:- में धंधा करें ।
रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे स्नान करें ।
काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।
दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
रोग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 05:41 से 07:23 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:23 से 09:04 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:04 से 10:46 तक रहेगा, जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:46 से 12:27 तक रहेगा, जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-दोपहर 12:27 से 14:09 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-दोपहर 14:09 से 15:51 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-दोपहर 15:51 से 17:32 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-सायंकाल 17:32 से 19:14 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
काल का चौघड़िया:-रात्रिकाल 19:14 से 20:32 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 20:32 से 21:51 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के अशुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-रात्रिकाल 21:51 से 23:09 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 23:09 से 24:28 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:28 से 25:46 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:46 से 27:05 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:05 से 28:23 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:23 से 29:42 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।
सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-कर्क लग्न 10°3' गति 100°3' रहेगा।
सूर्य नक्षत्र :- पुष्य नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।
चन्द्रमा नक्षत्र:-शतभिषा नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।
गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-
ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर
सूर्य ग्रह:-कर्क राशि मे पुष्य नक्षत्र के तीसरे के हो अक्षर में रहेंगे।
चन्द्रमा ग्रह:-कुम्भ राशि में शतभिषा के चौथे चरण के सू अक्षर में रहेगा।
मंगल ग्रह:-सिंह राशि में मघा नक्षत्र के दूसरे चरण के मी अक्षर में रहेंगे।
बुध ग्रह:-कर्क राशि में पुष्य नक्षत्र के पहले चरण के हु अक्षर में रहेगा।
गुरु ग्रह:कुंभ राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के चौथे चरण के गे अक्षर में रहेगा।
शुक्र-ग्रह:-सिंह राशि में मघा नक्षत्र के चतुर्थ चरण के मे अक्षर में रहेगा।
शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के दूसरे चरण के खू अक्षर में रहेगा।
राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के दूसरे चरण के वा अक्षर में रहेगा।
केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में अनुराधा नक्षत्र के चौथे चरण के ने अक्षर में रहेगा।
।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-
27 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 09 के लिए शुभाशुभ:-
शुभ-तारीखें:-हर माह की 9, 18 और 27 तारीख।
शुभ-वार:--मंगलवार।
शुभ-वर्ष:-उम्र के 9, 18, 27, 36, 45, 54, 63, 72, 81, 90 और 99 वें वर्ष।
शुभ-दिशा:-दक्षिण।
शुभ-रंग:--लाल।
शुभ-रत्न:-मूँगा।
शुभ-धातु:-ताँबा।
आराध्य-देव:-कार्तिकेय और हनुमानजी।
जपनीय-मन्त्र:-ऊँ अं अंगारकाय नमः।
पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-
8 3 10
9 7 5
4 11 6
मित्र-अंक(मालिक ग्रह के अनुसार):-1, 2, 3,7 और 9।
शत्रु-अंक(मालिक ग्रह के अनुसार):--4 और 5।
सम-अंक(मालिक ग्रह के अनुसार):-6 और 8।