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Wednesday, December 29, 2021

आज का पंचांग दिनांक 27 दिसम्बर 2021(Aaj ka panchang date 27 December 2021)




आज का पंचांग दिनांक 27 दिसम्बर 2021(Aaj ka panchang date 27 December 2021):-अष्टमी तिथि के स्वामी:-अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान भोलेनाथ जी की पूजा-अर्चना करके उनको खुश करना चाहिए।जिससे भगवान भोलेनाथ जी की अनुकृपा मनुष्य पर बनी रहे और सभी तरह के कामों में किसी तरह की बाधा नहीं आवे।

अष्टमी तिथि के दिन करने योग्य काम:-अष्टमी तिथि के दिन मनुष्य को खेती, व्यापार, धान्य, पत्थर, लौह, संग्राम, भूषण, शिवजी की स्थापना, जलाशय या कूप खनन आदि का काम करना ठीक रहता है।


नवमी तिथि के स्वामी:-नवमी तिथि के स्वामी दुर्गा माता जी की पूजा-अर्चना करके उनको खुश करना चाहिए।जिससे माता दुर्गा जी की अनुकृपा मनुष्य पर बनी रहे,जीवन में धन-धान्य का भंडार भरा रहे और सभी तरह के कामों में किसी तरह की बाधा नहीं आवे।


नवमी तिथि के दिन करने योग्य काम:-नवमी तिथि के दिन मनुष्य को अपने दुश्मन का शमन, अर्थवविद्या (जादू-टोना), अस्त्र-शस्त्र, लौह, अग्नि, बन्धन, उच्चाटन, मारण, उग्र काम, घात, शल्यकाम, सांग्रामिक काम, तीर्थ यात्राएं, मेले आदि के कामों को करना ठीक रहता है।


अभिजीत महूर्त का समय:-प्रातःकाल दोपहर 12:02 से दोपहर 12:43 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है। 


विशेष:-आज के दिन कालाष्टमी हैं, आज के दिन भगवान शिवजी के अवतार कालभैरवजी की पूजा करे और व्रत करके उनकी आराधना करने से मनुष्य को  राहु या केतु ग्रह के बुरे प्रभावों से मुक्ति मिलती है।



         ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक------------------27 दिसम्बर 2021।

महीना (अमावस्यांत् )---------मार्गशीर्ष

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------पौष।

पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष ।

कलियुगाब्द्--------------------5123।

विक्रम संवत्-------------------2078 विक्रम संवत।

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत।

शक संवत्----------------------1943 शक संवत।

ऋतु-----------------------------शिशिर ऋतु।

सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे।

सूर्य का गोल----------------- दक्षिण गोले।

संवत्सर(उत्तर)------------------आनंद।

संवत्सर--------------------------प्लव ।

   ।।आज के पंचांग के हालात को जानें।। 


तिथि----अष्ठमी तिथि रात्रिकाल 19:28:02 तक रहेगी, 

उसके बाद नवमी तिथि रात्रिकाल 19:28:02 शुरू होगी।

वार-------------सोमवार

नक्षत्र--------हस्त नक्षत्र प्रातः(कल) 29:06:27 तक रहेगा,

उसके बाद

नक्षत्र----------चित्रा नक्षत्र प्रातः(कल) 29:06:27 से शुरू होगा।

योग...सौभाग्य योग प्रातःकाल 08:51:24 तक रहेगा, 

उसके बाद में

योग..शोभन योग प्रातःकाल 08:51:24 से शुरू होकर प्रातः(कल) 30:49:57 तक रहेगा।

करण.....बालव करण प्रातःकाल 07:52:48 तक रहेगा, 

उसके बाद

करण.........कौलव करण रात्रिकाल 19:28:02 तक रहेगा,

उसके बाद में

करण.........तैतिल करण रात्रिकाल 19:28:02 से शुरू होकर प्रातः(कल) 30:53:24 तक रहेगा।

चन्द्रमा की राशि-------कन्या राशि में चन्द्रमा रहेगा।

सूर्य की राशि......धनु राशि में रहेगा।

सौर प्रविष्टे............12, पौष।



सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-

सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 07:13:43।

सूर्यास्त का समय:-रात्रिकाल 17:30:50।

चन्द्रोदय का समय:-प्रातः(कल) 25:02:17

चन्द्रास्त का समय:-दोपहर 12:34:58। 

दिनमान का समय:-प्रातःकाल 10:17:06।

रात्रिमान का समय:-दोपहर 13:43:15


आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-

पहले चरण पू अक्षर के हस्त नक्षत्र का समय प्रातःकाल 11:23:35 तक रहेगा। 

दूसरे चरण ष अक्षर के हस्त नक्षत्र का समय सायंकाल 17:20:17 तक रहेगा।

तीसरे चरण ण अक्षर के हस्त नक्षत्र का समय रात्रिकाल 23:14:35 तक रहेगा।

चतुर्थ चरण ठ अक्षर के हस्त नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 29:06:27 तक रहेगा।


        ।।आंग्ल मतानुसार 27 दिसम्बर 2021  ईस्वी सन।।


      ।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।       

              

अभिजीत महूर्त का समय:-प्रातःकाल दोपहर 12:02 से दोपहर 12:43 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है। 


          ।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।। 

                

राहुकाल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 08:31 से 09:48 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:05 से 12:22 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-दोपहर 13:39 से 14:57 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:43 से 13:24 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 14:46 से 15:27 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।


  ।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।


दिशा शूल:-पूर्व दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो चन्दन लगाकर या चन्दन का दान करके या दूध पीकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है। 


           ।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ:- में औरत श्रृंगार, सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ:- में धंधा करें ।

रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे स्नान करें। 

काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।


       दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:- 


अमृत का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:14 से 08:31 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:31 से 09:48 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:48 से 11:05 तक रहेगा, जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 11:05 से 12:22 तक रहेगा, जो कि शुभ  कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-दोपहर 12:22 से 13:39 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-दोपहर 13:39 से 14:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-दोपहर 14:57 से 16:14 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-सायंकाल 16:14 से 17:31 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।


        रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


चर का चौघड़िया:-रात्रिकाल 17:31 से 19:14 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-रात्रिकाल 19:14 से 20:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-रात्रिकाल 20:57 से 22:40 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 22:40 से 24:22 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:22 से 26:05 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 26:05 से 27:48 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:48 से 29:31 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 29:31 से 31:14 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।



             ।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।


सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-धनु लग्न 11°21' गति 251°21' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र:-मूल नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-हस्त नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-धनु राशि में मूल नक्षत्र के चोथे चरण के भी अक्षर में रहेगा।  

चन्द्रमा ग्रह:-कन्या राशि में हस्त नक्षत्र के पहले चरण के पु अक्षर में रहेगा।  

मंगल ग्रह:-वृश्चिक राशि में अनुराधा नक्षत्र के चौथे चरण के ने अक्षर में रहेगा।   

बुध ग्रह:-धनु राशि में उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के पहले चरण के भे अक्षर में रहेगा। 

गुरु ग्रह:-कुम्भ  राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के चौथे चरण के गे अक्षर में रहेगा।

शुक्र-ग्रह:-मकर राशि में उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के दूसरे चरण के भो अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीसरे चरण के खे अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में कृत्तिका नक्षत्र के तीसरे चरण के उ अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में अनुराधा नक्षत्र के पहले चरण के ना अक्षर में रहेगा। 


       ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-


27 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 09 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 9, 18 और 27 तारीख।

शुभ-वार:--मंगलवार।

शुभ-वर्ष:-उम्र के 9, 18, 27, 36, 45, 54, 63, 72, 81, 90 और 99 वें वर्ष।

शुभ-दिशा:-दक्षिण।

शुभ-रंग:--लाल।

शुभ-रत्न:-मूँगा।

शुभ-धातु:-ताँबा।

आराध्य-देव:-कार्तिकेय और हनुमानजी।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ अं अंगारकाय नमः।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

                  8       3    10 

                  9      7       5 

                  4       11     6

मित्र-अंक(मालिक ग्रह के अनुसार):-1, 2, 3,7 और 9।

शत्रु-अंक(मालिक ग्रह के अनुसार):--4 और 5।

सम-अंक(मालिक ग्रह के अनुसार):-6 और 8।