आज का पंचांग दिनांक 08 मई 2022(Aaj ka Panchang Date 08 May 2022):-सप्तमी तिथि के स्वामी सूर्य देवता की पूजा-आराधना करके उनको खुश करना चाहिए। जिससे मनुष्य को सूर्यदेवता का आशीर्वाद मिल सके और मनुष्य को मान-सम्मान की प्राप्ति हो सके।
सप्तमी तिथि के दिन करने योग्य काम:-सप्तमी तिथि के दिन मनुष्य को यात्रा, स्थापना, वाहन, राजसेवा, विवाह, वास्तु, आभूषण, उपनयन आदि काम करना अच्छा रहता है।
अष्टमी तिथि के स्वामी:-अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान भोलेनाथ जी की पूजा-अर्चना करके उनको खुश करना चाहिए।जिससे भगवान भोलेनाथ जी की अनुकृपा मनुष्य पर बनी रहे और सभी तरह के कामों में किसी तरह की बाधा नहीं आवे।
अष्टमी तिथि के दिन करने योग्य काम:-अष्टमी तिथि के दिन मनुष्य को खेती, व्यापार, धान्य, पत्थर, लौह, संग्राम, भूषण, शिवजी की स्थापना, जलाशय या कूप खनन आदि का काम करना ठीक रहता है।
अभिजीत महूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:51 से दोपहर 12:45 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।
विशेष:-आज के दिन गण्डमूल नक्षत्र रहने से गण्डमूल मुहूर्त रहेगा, जो इस तरह हैं।
गण्डमूल मुहूर्त का समय:-दोपहर 14:56 से अहोरात्र तक रहेगा, जो कि अशुभ मुहूर्त समय है।
विशेष:-आज के दिन रवि पुष्य सर्वाथ सिद्धि योग प्रातःकाल 05:59 से दोपहर 14:56 तक रहेगा।
रवि पुष्य सर्वाथ सिद्धि योग:-आज के दिन रवि पुष्य सर्वाथ सिद्धि योग होने से जिन मांगलिक कामों कोई मुहूर्त नहीं मिलने पर रवि पुष्य सर्वाथ सिद्धि मुहूर्त में मांगलिक और दूसरे सभी काम करने से काम में सफलता मिलती हैं।
विशेष:-आज के दिन भरणी सायंकाल 17:00 से प्रातः(कल) 29:46 से प्रवेश करेगा।
विशेष:-आज के दिन विश्व मातृ दिवस हैं।
विशेष:-आज के दिन श्रीगंगा सप्तमी हैं।
विशेष:-आज के दिन विश्व रेडक्रास दिवस हैं।
।।दैनिक पंचांग का विवरण।।
दिनांक------------------08 मई 2022।
महीना (अमावस्यांत् )---------वैशाख।
महीना (पूर्णिमांंत् )-------------वैशाख।
पक्ष------------------------------शुक्ल पक्ष।
कलियुगाब्द्--------------------5124।
विक्रम संवत्-------------------2079 विक्रम संवत।
विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2078 विक्रम संवत।
शक संवत्----------------------1944 शक संवत।
ऋतु-----------------------------ग्रीष्म ऋतु।
सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे।
सूर्य का गोल----------------- उत्तर गोले।
संवत्सर(उत्तर)------------------शुभकृत।
संवत्सर--------------------------राक्षस ।
।।आज के पंचांग के हालात को जानें।।
तिथि----सप्तमी तिथि सायंकाल 16:59:41 तक रहेगी,
उसके बाद अष्ठमी तिथि सायंकाल 16:59:41 से शुरू होकर प्रातः(कल) 42:31:54 तक रहेगी।
वार-------------रविवार।
नक्षत्र--------पुष्य नक्षत्र दोपहर 14:56:28 तक रहेगा,
उसके बाद
नक्षत्र----------आश्लेषा नक्षत्र दोपहर 14:56:28 से शुरू होकर प्रातः(कल) 41:06:44 तक रहेगा।
योग......गण्ड योग रात्रिकाल 20:31:32 तक रहेगा,
उसके बाद में
योग.........वृद्धि योग रात्रिकाल 20:31:32 से शुरू होकर प्रातः(कल) 44:41:28 तक रहेगा।
करण.....वणिज करण सायंकाल 16:59:41 तक रहेगा,
उसके बाद में
करण.......विष्टि(भद्रा) करण सायंकाल 16:59:41 से शुरू होकर प्रातः(कल) 29:50:21 तक रहेगा।
चन्द्रमा की राशि-------कर्क राशि में चन्द्रमा रहेगा।
सूर्य की राशि......सूर्य मेष राशि में रहेगा।
सौर प्रविष्टे............25, वैशाख।
सूर्य का उदय व अस्त, दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-
सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 05:36:22।
सूर्यास्त का समय:-रात्रिकाल 18:59:12।
चन्द्रोदय का समय:-प्रातःकाल 11:14:53।
चन्द्रास्त का समय:-प्रातः(कल) 25:24:04।
दिनमान का समय:-दोपहर 13:22:49।
रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 10:36:27।
आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-
तीसरे चरण हो अक्षर के पुष्य नक्षत्र का समय प्रातःकाल 08:18:53 तक रहेगा।
चतुर्थ चरण ड अक्षर के पुष्य नक्षत्र का समय दोपहर 14:56:28 तक रहेगा।
पहले चरण डी अक्षर के आश्लेषा नक्षत्र का समय रात्रिकाल 21:32:11 तक रहेगा।
दूसरे चरण डू अक्षर के आश्लेषा नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 28:05:54 तक रहेगा।
।।आंग्ल मतानुसार 08 मई 2022 ईस्वी सन।।
।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।
अभिजीत महूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:51 से दोपहर 12:45 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।
।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।।
राहुकाल मुहूर्त का समय:-सायंकाल 17:19 से 18:59 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे।
यमघण्टा मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:18 से 13:58 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
गुलिक मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:39 से 17:19 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
दूर मुहूर्त का समय:-सायंकाल 17:12 से 18:06 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
गण्डमूल मुहूर्त का समय:-दोपहर 14:56 से अहोरात्र तक रहेगा, जो कि अशुभ मुहूर्त समय है।
।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।
दिशा शूल:-पश्चिम दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो चॉकलेट या दलिया खाकर या घी का पान करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।
।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।
नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
"चर में चक्र चलाइये, उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे, लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे, काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो, सहाय करो कर्तार ॥"
अर्थात-:
चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ:- में औरत श्रृंगार, सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ:- में धंधा करें ।
रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे स्नान करें।
काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।
दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 05:36 से 07:17 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:17 से 08:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:57 से 10:37 तक रहेगा, जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:37 से 12:18 तक रहेगा, जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-दोपहर 12:18 से 13:58 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-दोपहर 13:58 से 15:39 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-दोपहर 15:39 से 17:19 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-सायंकाल 17:19 से 18:59 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
शुभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 18:59 से 20:19 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-रात्रिकाल 20:19 से 21:38 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के शुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-रात्रिकाल 21:38 से 22:58 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-रात्रिकाल 22:58 से 24:17 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:17 से 25:37 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:37 से 26:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 26:57 से 28:16 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:16 से 29:36 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।
सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मेष लग्न 23°15' गति 23°15' रहेगा।
सूर्य नक्षत्र:-भरणी नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।
चन्द्रमा नक्षत्र:-पुष्य नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।
गोचर राशि में ग्रहों के हालात, नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-
ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर
सूर्य ग्रह:-मेष राशि में भरणी नक्षत्र के तीसरे चरण के ले अक्षर में रहेगा।
चन्द्रमा ग्रह:-कर्क राशि में पुष्य नक्षत्र के तीसरे चरण के हो अक्षर में रहेगा।
मंगल ग्रह:-कुम्भ राशि में पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के पहले चरण के से अक्षर में रहेगा।
बुध ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के पहले चरण के ओ अक्षर में रहेगा।
गुरु ग्रह:-मीन राशि में उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के पहले चरण के दू अक्षर में रहेगा।
शुक्र-ग्रह:-मीन राशि में उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के तीसरे चरण के झ अक्षर में रहेगा।
शनि ग्रह:-कुम्भ राशि में घनिष्ठा नक्षत्र के तीसरे चरण के गु अक्षर में रहेगा।
राहु ग्रह:-मेष राशि में कृत्तिका नक्षत्र के पहले चरण के अ अक्षर में रहेगा।
केतु ग्रह:-तुला राशि में विशाखा नक्षत्र के तीसरे चरण के ते अक्षर में रहेगा।
।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-
08 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 08 के लिए शुभाशुभ:-
शुभ-तारीखें:-हर माह की 8, 17 और 26 तारीख।
शुभ-वार:--शनिवार।
शुभ-वर्ष:-उम्र के 8, 17, 26, 35, 44, 53, 62, 71, 80 ,89 और 98 वें वर्ष।
शुभ-दिशा:-पश्चिम
शुभ-रंग:--काला और नीला।
शुभ-रत्न:-नीलम।
शुभ-धातु:-लोहा।
आराध्य-देव:-शनि देव, हनुमानजी और शिवजी।
जपनीय-मन्त्र:-ऊँ शं शनैश्चराय नमः।
पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-
9 4 11
10 8 6
5 12 7
मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):4, 5, 6 और 8।
शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):--1, 2, 7 और 9।
सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-3।