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Thursday, April 21, 2022

आज का पंचांग दिनांक 21 अप्रैल 2022(Aaj ka panchang Date 21 April 2022)

Aaj ka panchang Date 21 April 2022



 

आज का पंचांग दिनांक 21 अप्रैल 2022(Aaj ka panchang Date 21 April 2022):-पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता की पूजा-अर्चना करके उनको खुश करना चाहिए, जिससे उनका आशीर्वाद मिल सके और सांसारिक जीवन में सुख-शांति प्राप्त हो सके। 



पंचमी तिथि के दिन करने योग्य काम:-पंचमी तिथि के दिन मनुष्य को यात्रा, उपनयन, विवाह, ग्रहशांति, पौष्टिक कर्म, चर एवं स्थिर समस्त कार्य, मांगलिक कार्य करना आदि कामों को करना ठीक रहता है।


षष्ठी तिथि के स्वामी:-षष्ठी तिथि के स्वामी कार्तिकेय देवता की पूजा-आराधना करके उनको खुश करना चाहिए। जिससे कार्तिकेय देवता का हाथ मनुष्य के दाम्पत्य जीवन पर बना रहे,जिससे कार्तिकेय देवता की कृपा दृष्टि बनी रहे और मनुष्य के दाम्पत्य जीवन में प्रेम की भावना बनी रहने से मनुष्य के जीवन में खुशहाली से भरी रहे।


षष्ठी तिथि के दिन करने योग्य काम:-षष्ठी तिथि के दिन मनुष्य को पशु से सम्बंधित काम, वास्तु काम, जमीन के काम, मौद्रिक काम, पानी के सम्बंधित काम, व्यापार,  भूषण, व्यवहारादि आदि काम करने से फायदा मिलता है।



अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 11:54 से दोपहर 12:46 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



विशेष:-आज के दिन गण्डमूल नक्षत्र रहने से गण्डमूल मुहूर्त रहेगा, जो इस तरह हैं।


गण्डमूल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 05:51 से रात्रिकाल 21:50 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।



विशेष:-आज के दिन राजस्थान में वैशाख मास प्रारम्भ होगा।

 

 

  

विशेष:-आज के दिन श्रीमलूकदास जी जयंती वृन्दावने में हैं।



         

   ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक------------------21 अप्रैल 2022।

महीना (अमावस्यांत् )---------चैत्र

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------वैशाख।

पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष।

कलियुगाब्द्--------------------5124।

विक्रम संवत्-------------------2079 विक्रम संवत।

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2078 विक्रम संवत।

शक संवत्----------------------1944 शक संवत।

ऋतु-----------------------------बसंत-ग्रीष्म ऋतु।

सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे।

सूर्य का गोल----------------- उत्तर गोले।

संवत्सर(उत्तर)------------------शुभकृत।

संवत्सर--------------------------राक्षस ।



       ।।आज के पंचांग के हालात को जानें।। 


तिथि----पंचमी तिथि प्रातःकाल 11:11:56  तक रहेगी, 

उसके बाद षष्ठी तिथि प्रातःकाल 11:11:56 से शुरू होकर प्रातः(कल) 32:41:57 तक रहेगी।

वार-------------गुरुवार

नक्षत्र--------मूल नक्षत्र रात्रिकाल 21:50:26 तक रहेगा,

उसके बाद

नक्षत्र----------पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रात्रिकाल 21:50:26 से शुरू होगा।

योग......परिध योग प्रातःकाल 10:19:38 तक रहेगा, 

उसके बाद में

योग.........शिव योग प्रातःकाल 10:19:38 से शुरू होकर प्रातः(कल) 31:10:08 तक रहेगा।

करण.....तैतिल करण प्रातःकाल 11:11:56 तक रहेगा, 

उसके बाद

करण........गर करण रात्रिकाल 21:55:21 तक रहेगा,

उसके बाद में

करण.......वणिज करण रात्रिकाल 21:55:21 से शुरू होकर प्रातः(कल) 32:41:57 तक रहेगा।

चन्द्रमा की राशि-------धनु राशि में चन्द्रमा रहेगा।

सूर्य की राशि......सूर्य  मेष राशि में रहेगा।

सौर प्रविष्टे............8, वैशाख।


सूर्य का उदय व अस्त, दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-

सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 05:51:02

सूर्यास्त का समय:-रात्रिकाल 18:49:00

चन्द्रोदय का समय:-प्रातः(कल) 24:05:55 

चन्द्रास्त का समय:-प्रातःकाल 09:20:41। 

दिनमान का समय:-दोपहर 12:57:57

रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 11:01:03


   आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-


दूसरे चरण यो अक्षर के मूल नक्षत्र का समय प्रातःकाल 10:44:01 तक रहेगा।

तीसरे चरण भा अक्षर के मूल नक्षत्र का समय सायंकाल 16:16:52 तक रहेगा।

चौथे चरण भी अक्षर के मूल नक्षत्र का समय रात्रिकाल 21:50:26 तक रहेगा।

पहले चरण भू अक्षर के पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 27:24:48 तक रहेगा।

दूसरे चरण धा अक्षर के पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 33:00:01 तक रहेगा।



    ।।आंग्ल मतानुसार 21 अप्रैल 2022  ईस्वी सन।।


          ।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।   

                  

अभिजीत महूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:54 से दोपहर 12:46 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है। 


         ।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।। 

                

राहुकाल मुहूर्त का समय:-दोपहर 13:57 से 15:35 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 05:51 से 07:28 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 09:06 से 10:43 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 10:10 से 11:02 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:22 से 16:13 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गण्डमूल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 05:51 से रात्रिकाल 21:50 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।



        ।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।


दिशा शूल:-दक्षिण दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो तिल का या गुड़ या गुड़ के चावल खाकर या दही पीकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है। 



           ।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये, उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे, लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे, काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो, सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ:- में औरत श्रृंगार, सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ:- में धंधा करें ।

रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे स्नान करें। 

काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।


      दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:- 


शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 05:51 से 07:28 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:28 से 09:06 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:06 से 10:43 तक रहेगा, जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:43 से 12:20 तक रहेगा, जो कि शुभ  कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-दोपहर 12:20 से 13:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-दोपहर 13:57 से 15:35 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-दोपहर 15:35 से 17:12 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-सायंकाल 17:12 से 18:49 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।


     रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


अमृत का चौघड़िया:-रात्रिकाल 18:49 से 20:12 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-रात्रिकाल 20:12 से 21:34 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-रात्रिकाल 21:34 से 22:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-रात्रिकाल 22:57 से 24:20 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:20 से 25:42 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:42 से 27:05 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:05 से 28:27 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:27 से 29:50 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।


     ।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।


सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मेष लग्न 6°44' गति 6°44' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र:-अश्विनी नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-मूल नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात, नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-मेष राशि में अश्विनी नक्षत्र के तीसरे चरण के चो अक्षर में रहेगा।  

चन्द्रमा ग्रह:-धनु राशि में मूल नक्षत्र के दूसरे चरण के यो अक्षर में रहेगा।  

मंगल ग्रह:-कुम्भ राशि में शतभिषा नक्षत्र के दूसरे चरण के सा अक्षर में रहेगा।   

बुध ग्रह:-मेष राशि में भरणी नक्षत्र के चौथे चरण के लो अक्षर में रहेगा। 

गुरु ग्रह:-मीन  राशि में पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के चौथे चरण के दी अक्षर में रहेगा।

शुक्र-ग्रह:-कुम्भ राशि में पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के दूसरे चरण के सो अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में घनिष्ठा नक्षत्र के दूसरे चरण के गी अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-मेष राशि में कृत्तिका नक्षत्र के पहले चरण के अ अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-तुला राशि में विशाखा नक्षत्र के तीसरे चरण के ते अक्षर में रहेगा। 


        ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-


21 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 03 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 3, 12, 21 व 30 तारीख शुभ होती है।

शुभ-वार:-गुरुवार।

शुभ-वर्ष:-उम्र के 3, 12, 21, 30, 39, 48, 57, 66, 75, 84 व 93 वें वर्ष ।

शुभ-दिशा:-ईशान कोण की दिशा।

शुभ-रंग:-पिला, सुनहरा।

शुभ-रत्न:-पुखराज।

शुभ-धातु:-सोना।

आराध्य-देव:-विष्णु जी।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ बृं बृहस्पतये नमः।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

               10      5       12

               11      9         7

                6      13        8

मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1, 2, 3 व 9।

शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-5 व 6।

सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-4, 7 व 8।