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Tuesday, December 29, 2020

राशियों के नतीजे ग्यारहवें भाव में(Results of the zodiac signs in the eleventh house):-



राशियों के नतीजे 
ग्यारहवें भाव में (Results of the zodiac signs in the eleventh house):-मनुष्य की जन्मकुंडली के ग्यारहवें भाव में बारह राशियों के होने पर जो नतीजे मिलते है,वे इस तरह है-

1. मेष राशि :- मनुष्य की जन्मकुंडली में पहली राशि मेष गयारहवें भाव में होने से मनुष्य पशुओं का धंधा करके फायदा प्राप्त कर सकता है,दूसरे मनुष्यों से दोस्ती करके, राजकीय विभाग में अपनी सेवा देकर और दूसरे देश में रहकर अपने निवास स्थान से अधिक फायदा प्राप्त करने वाला होता है।


2. वृषभ राशि :- मनुष्य की जन्मकुंडली में दूसरी वृषभ राशि ग्याहरवें भाव मे होने से मनुष्य विशेष भर औरतों के साथ मिलने पर अपने जीवन काल मे अधिक से अधिक फायदा पाने वाला होता है, सज्जन पुरुषों के साथ मे रहकर ,खेती करके एवं ब्राह्मणों से और धार्मिक कार्यो में रुचि रखकर विशेष फायदा पाने वाला होता है।



3. मिथुन राशि :- यदि मनुष्य की जन्म कुंडली के ग्यारहवें भाव मे तीसरी राशि मिथुन होने से मनुष्य अधिक फायदा पाने वाला होता है और औरतो के द्वारा ज्यादा पसंद आने वाला होता है। मनुष्य किसी भी दूसरे मनुष्य को रूपये-पैसे देकर उस पर ब्याज का काम से अधिक फायदा पाने वाला होते है। 

ग्यारहवेंं भाव में मिथुन राशि होने से मनुष्य कपड़ो के धन्धे से,फूलों का धंधा करके लाभ पा सकता है।

ग्यारहवेंं भाव में मिथुन राशि होने से मनुष्य आसन एवं 

पीने वाली वस्तुओं का धंधा करके अधिक से अधिक रुपये-पैसे को कमाने वाले होते है।

ग्यारहवेंं भाव में मिथुन राशि होने से मनुष्य सामाजिक जीवन में अधिक मान-सम्मान को प्राप्त करके प्रसिद्धि को पाने वाला होता है।



4. कर्क राशि :- मनुष्य की जन्मकुंडली के ग्यारहवें भाव में चौथी कर्क राशि होने से मनुष्य अच्छे बर्तनों को बनाकर और उनको बेचकर रूपये-पैसे को कमा सकता है।

मनुष्य की जन्मकुंडली के ग्यारहवें भाव में चौथी कर्क राशि होने से मनुष्य अपने खेत में तरह-तरह की फसलें और पौधों को उगाकर ज्यादा धन पा सकता है।

मनुष्य की जन्मकुंडली के ग्यारहवें भाव में चौथी कर्क राशि होने से मनुष्य सेवा का कार्य करके और शास्त्रों के ज्ञान को बाटकर अपना मान-सम्मान में बढ़ोतरी करने वाले होते है।

मनुष्य की जन्मकुंडली के ग्यारहवें भाव में चौथी कर्क राशि होने से मनुष्य अच्छे मनुष्यों का साथ मे होकर उनके गुणों को लेकर अच्छे काम करके प्रशिद्ध होते है


5. सिंह राशि :- जन्म कुंडली के एकादश भाव में सिंह राशि  हो, तो जातक खराब कार्यों से, हिंसा से, बंधन से,  व्यायाम आदि शारीरिक क्रियाओं से एवं दूसरे देश में निवास से लाभ प्राप्त करने वाला होता है।

मनुष्य की जन्मकुंडली के ग्यारहवें में पांचवी सिंह राशि के होने से मनुष्य खराब कामों को करके बदनाम होता है।

मनुष्य के द्वारा किसी भी तरह की हिंसा करने से उसे बन्धन या जेल की यात्रा भी कर सकते है।

मनुष्य व्यायाम आदि शरीरिक क्रियाओं के काम करके और दूसरे देश में जाकर अपने निवास स्थान की तुलना में अधिक रूपये-पैसो को कमाने वाले होते है।


6. कन्या राशि :- मनुष्य की जन्मकुंडली में ग्यारहवें भाव में छठी राशिं कन्या होने से मनुष्य अनेक तरह के नये-नये उपायों को प्रयोग करते हुए कुछ नया करने की कोशिश करने वाले होते है।

मनुष्य शास्त्रों का और आगमों के ज्ञान को पाकर दूसरे मनुष्य को उनकी पढ़ाई कराकर करके रूपये-पैसे कमाने वाले होते है।

मनुष्य अपनी विन्रमता से,श्रेष्ठ नीति से एवं अपने अच्छी बुद्धि की सोच से फायदा पाने वाले होते है।


7. तुला राशि :- मनुष्य की जन्मकुंडली के ग्यारहवें भाव में सातवीं तुला राशि होने से मनुष्य अपने जीवनकाल में अनेक तरह के व्यापारियों के साथ व्यापार करके धन को कमाने वाले होते है।

मनुष्य के द्वारा अच्छे मनुष्य की सेवा करने से और साधु-संतों की सेवा का काम करके उनसे फायदा पाने वाले होते है। मनुष्य अपनी विनम्रता से एवं प्रशंसनीय तरीकों से अधिक लाभ प्राप्त करने वाला होता


8. वृश्चिक राशि :- मनुष्य की जन्मकुंडली के ग्यारहवें भाव में आठवीं  वृश्चिक राशि हो तो मनुष्य दूसरों के साथ धोखाधड़ी एव कपट करके पाप के कामों को करने वाला होता है। 

मनुष्य के द्वारा गलत कामों को करने से ही धन की प्राप्ति होती है और किसी के कहने पर भी नहीं सुधरते है।

मनुष्य अपने जीवन में दूसरों की निंदा करने वाले और अपनी बात को धोपने वाले होते है।

मनुष्य राजकीय सेवा में से भी फायदा पाने वाले होते है।

9. धनु राशि :- मनुष्य की जन्मकुंडली के ग्यारहवें भाव में नोवी धनु राशि होने से मनुष्य अपने जीवन में राजकीय सेवा में काम को करके रुपये-पैसे को कमाते है।

मनुष्य अपने पुरषार्थ  से जो भी धर्म-कर्म के काम को पूरी श्रद्धा से करते हुए इनको इनसे लाभ मिलता है और अपने इन सुंदर सेवा कामों से इनका मान-सम्मान भी पाते है।

मनुष्य कपड़ो व फूलों का धंधा करके अपने पारिवारिक जीवन को चला सकते है।

10. मकर राशि :- यदि जन्म कुंडली के एकादश भाव में मकर राशि स्थित हो, तो जातक जल की सवारी( नौका, जहाज) आदि, विदेश में निवास से, राजकीय कार्य सेवा से लाभ प्राप्त करता है तथा सदैव धन का अधिक खर्च करने वाला होता है।

मनुष्य की जन्मकुंडली के ग्यारहवें भाव में दशवीं मकर राशि होने से मनुष्य जल के साधनों जैसे-नोकाओ, जहाज आदि के कामों को करके अपना जीवन का यापन करने वाले होते है।

मनुष्य अपने निवास की जगह को छोड़कर दूसरे देशों में रुपये-पैसे को कमाने के लिए जाते है और वह से बहुत रुपये-पैसे को कमा कर अपने निवास जगह पर भेजने वाले होते है।


11. कुंभ राशि :- मनुष्य की जन्मकुंडली के ग्यारहवें भाव में ग्यारहवीं कुंभ राशि होने से मनुष्य अपने कर्त्तव्यौ को निभाने वाले होते है और दूसरों को भी अपनी तरह महत्व देते हुए समान भाव रखते है।

मनुष्य अपने पराक्रम से  और धर्म के कामों से फायदा मिलता है।

मनुष्य अपनी विद्या के ज्ञान से और अच्छे लोगों के समागम से लाभ प्राप्त करने वाला होता है। 


12. मीन राशि :- मनुष्य की जन्मकुंडली के ग्यारहवें भाव में बारहवीं मीन राशि होने से मनुष्य के अनेक दोस्त होते है।

मनुष्य राजा की तरह ठाठ-बाठ से अपना जीवन जीने वाले होते है।

मनुष्य अपनी अलग तरह की बोली से और विनय के प्रभाव से अधिक लाभ को पाने वाले होते है।