दैनिक पंचांग के हालात को जानें 22 जनवरी 2021 में (Know the situation of daily almanac on 22 January 2021):-
दैनिक पंचांग का विवरण
दिनांक-------------------22 जनवरी 2021 महीना (अमावस्यांत् )---------पौष
महीना (पूर्णिमांंत् )-------------पौष
पक्ष------------------------------शुक्ल
कलियुगाब्द्--------------------5122
विक्रम संवत्-------------------2077 विक्रम संवत
विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत
शक संवत्----------------------1942 शक संवत
ऋतु-----------------------------हेमन्त
सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे
सूर्य का गोल------------------दक्षिण गोले
संवत्सर(उत्तर)------------------प्रमादी
संवत्सर--------------------------शार्वरी
पंचांग
तिथि---------------नवमी तिथि सायं 18:28:32 तक रहेगी,उसके बाद दशमी तिथि शुरू हो जाएगी।
वार------------शुक्रवार
नक्षत्र----------भरणी नक्षत्र सायं 18:38:59 तक रहेगा।
नक्षत्र--------कृतिका नक्षत्र सायं 18:38:59 सेे शुरू होगा।
योग---------शुभ योग रात्रि 21:16:58 तक रहेगा उसके बाद रात्रि 21:16:58 शुक्ल योग शुरू होगा।
करण---------कौलव करण सायं 18:28:32 तक उसके बाद
करण--------तैतिल करण प्रातः 07:44:30 तक रहेगा।
चन्द्रमा की राशि---मेष राशि मे चन्द्रमा रात्रि 25:23:43 तक रहेगा उसके बाद वृषभ राशि में चन्द्रमा रहेगा।
सूर्य की राशि-----------सूर्य मकर राशि में ही रहेंगे।
सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-
सूर्योदय का समय:-प्रातः 07:14:58
सूर्यास्त का समय:-सायं 17:50:50
चन्द्रोदय का समय कल दोपहर 12:45:50
चन्द्रास्त का समय:-प्रातः(कल) 26:20:44
दिनमान का समय:-सुबह से10:35:52
रात्रिमान का समय:-दोपहर से 13:23:48
आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-
तीसरा चरण ले अक्षर भरणी नक्षत्र का समय प्रातःकल 11:53:32 तक रहेगा।
चौथा चरण लो अक्षर भरणीनक्षत्र का समय 18:38:59 तक रहेगा।
पहला चरण अ अक्षर कृतिका नक्षत्र का समय रात्रि 25:23:43 तक रहेगा।
आंग्ल मतानुसार 22 जनवरी 2021 ईस्वी सन
अशुभ मुहूर्त का समय
दूर मुहूर्त का समय:-प्रातः 09:22 से 10:05 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय है।
दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:54 से 13:36 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय है।
गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातः 08:34 से 09:54 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
यमघण्टा मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:12 से 16:31 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
राहुकाल मुहूर्त का समय:-प्रातः 11:13 से 12:33 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे।
शुभ मुहूर्त का समय
अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 12:12 से दोपहर 12:54 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।
दिशाशूल से बचने का उपाय:-
दिशा शूल:-पश्चिम दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो जव दान करके या घी को पीकर यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।
दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
चर का चौघड़िया:-प्रातः 07:15 से 08:34 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-प्रातः 08:34 से 09:54 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-प्रातः 09:54 से 11:13 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा
काल का चौघड़िया:-प्रातः 11:13 से 12:33 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ समय रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:- दोपहर 12:32 से 13:52 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-दोपहर 13:52 से 15:12 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-दोपहर 15:12 से 16:31 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-सायं 16:31 से 17:51 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
रोग का चौघड़िया:-सायं 17:51 से 19:31 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-रात्रि 19:31 से 21:12 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-रात्रि 21:13 से 22:52 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-रात्रि 22:52 से 24:33 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:33 से 26:13 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-मध्यरात्रि 26:13 से 27:54 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:54 से 29:34 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 29:34 से 31:15 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मकर लग्न 8°6' गति 278°6' रहेगा।
सूर्य नक्षत्र :-उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।
चन्द्रमा नक्षत्र:-कृतिका नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।
गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-
ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर
सूर्य ग्रह:- मकर राशि में उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के चौथा चरण के जी अक्षर में रहेंगे।
चन्द्रमा ग्रह:- मेष राशि में भरणीनक्षत्र के तीजे चरण के ले अक्षर में रहेंगे।
मंगल ग्रह:-मेष राशि में अश्विनी नक्षत्र के चौथे चरण के ला अक्षर रहेंगे।
बुध ग्रह:-मकर राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के पहला चरण के गा अक्षर आएगा।
गुरु ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के दूजे चरण के खू अक्षर आएगा।
शुक्र ग्रह:-धनु राशि में पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के तीजे चरण के फा अक्षर रहेगा।
शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के पहले चरण के खी अक्षर रहेगा।
राहु ग्रह:-वृषभ राशि में मृगशीर्षा नक्षत्र के पहला चरण के वे अक्षर रहेगा।
केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के तीसरा चरण के यी अक्षर रहेगा।