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Sunday, January 31, 2021

दैनिक पंचांग के हालात को जानें 31 जनवरी 2021 में (Know the situation of daily almanac on 31 January 2021)

             



दैनिक पंचांग के हालात को जानें 31 जनवरी 2021 में  (Know the situation of daily almanac on 31 January 2021):-आज के दिन सर्वथा सिद्धि योग होने से मनुष्य अपने काम को इन योगों में करने से सभी काम सिद्ध होते है। संकष्ट माघी तिल चतुर्थी व्रत होने से मनुष्य को आज के दिन दान करना चाहिए जिससे हजारों पुण्य का नतीजे प्राप्त होते है। 

          

          दैनिक पंचांग का विवरण


दिनांक-------------------31 जनवरी 2021            महीना (अमावस्यांत् )---------पौष

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------माघ

पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष

कलियुगाब्द्--------------------5122

विक्रम संवत्-------------------2077 विक्रम संवत

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत

शक संवत्----------------------1942 शक संवत

ऋतु-----------------------------शिशिर

सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे

सूर्य का गोल------------------दक्षिण गोले

संवत्सर(उत्तर)------------------प्रमादी

संवत्सर--------------------------शार्वरी 



                            पंचांग                           


तिथि--------------तृतीया तिथि रात्रि 20:24:04 तक रहेगी,उसके बाद रात्रि 20:24:04 से चतुर्थी तिथि शुरू  हो जाएगी।

वार--------------रविवार

नक्षत्र---------- पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र प्रातः(कल) 25:16:50 तक रहेगा।

नक्षत्र------ उसके बाद प्रातः(कल) 25:16:50 से उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र शुरू होगा।

योग---------शोभन योग दोपहर 12:30:43 तक रहेगा उसके बाद दोपहर 12:30:43 से अतिगण्ड योग  शुरू होगा।

करण---------वणिज करण प्रातःकाल 09:19:53 तक उसके बाद  

करण--------विष्टि भद्र करण रात्रि 20:24:04 तक रहेगा।

चन्द्रमा की राशि--- सिंह राशि मे चन्द्रमा प्रातः(कल) 30:57:28 तक रहेगा उसके बाद प्रातः(कल) 30:57:28 से कन्या राशि में चन्द्रमा शुरू होगा।

सूर्य की राशि-----------सूर्य मकर राशि में ही रहेंगे।




सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-


सूर्योदय का समय:-प्रातः 07:11:11

सूर्यास्त का समय:-सायं 17:58:19

चन्द्रोदय का समय:- रात्रि 20:40:28

चन्द्रास्त का समय:-प्रातःकाल 09:04:25

दिनमान का समय:-सुबह से 10:47:07

रात्रिमान का समय:-दोपहर से 13:12:19



आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-

पहला चरण मो अक्षर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का समय प्रातःकाल 08:10:43 तक रहेगा।

दूसरा चरण टा अक्षर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का समय दोपहर 13:53:34 तक रहेगा।

तीसरा चरण टी अक्षर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का समय रात्रि 19:35:34 तक रहेगा।

चतुर्थ चरण टू अक्षर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 25:16:50 तक रहेगा।

पहला चरण टे अक्षर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 30:57:28 तक रहेगा।



आंग्ल मतानुसार 31 जनवरी  2021  ईस्वी सन



                    अशुभ मुहूर्त का समय                



दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 16:32 से 17:15 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:17 से 16:37 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:35 से 13:56 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

राहुकाल मुहूर्त का समय:-सायं 16:37 से  17:58 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 



                      शुभ मुहूर्त का समय                      


अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 12:13 से दोपहर 12:56 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



                 दिशाशूल से बचने का उपाय:-             


दिशा शूल:-पश्चिम दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो घी को पीकर या पान या चाकलेट को खाकर यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।


            

 दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-     


उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातः 07:11 से 08:32 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-प्रातः 08:32 से 09:53 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-प्रातः 09:53 से 11:14 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा

अमृत का चौघड़िया:-प्रातः 11:14 से 12:35 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ समय रहेगा।

काल का चौघड़िया:-दोपहर 12:35 से 13:56 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा। 

शुभ का चौघड़िया:-दोपहर 13:56 से 15:17 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-दोपहर 15:17 से 16:37 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-सायं 16:37 से 17:58 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

       


रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-



शुभ का चौघड़िया:-सायं 17:58 से 19:37 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-रात्रि 19:37 से 21:16 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-रात्रि 21:16 से 22:55 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-रात्रि 22:55 से 24:34 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:34 से 26:14 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-मध्यरात्रि 26:14 से 27:53 तक रहेगा जो कि अशुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-रात्रि 27:53 से 29:32 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 29:32 से 31:11 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।



सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मकर लग्न 17°15' गति 287°15' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र :- श्रवण नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:- मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीजे चरण के खे अक्षर में रहेंगे।

चन्द्रमा ग्रह:- सिंह राशि में पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के पहला चरण के मो अक्षर में रहेंगे।

मंगल ग्रह:-मेष राशि में भरणी नक्षत्र के दुजे चरण के लू अक्षर रहेंगे।

बुध ग्रह:- कुंभ राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के तीजे  चरण के गु अक्षर आएगा।

गुरु ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के दुजे चरण के खू अक्षर आएगा।

शुक्र ग्रह:- मकर में उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के तीजे चरण के जा अक्षर रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के पहले चरण के खी अक्षर रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के चौथे चरण के वु अक्षर रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के दूसरे चरण के या अक्षर रहेगा। 


    ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें।।


31 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 4 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 4,13,22 और 31 तारीख।

शुभ-वार:-शनिवार, रविवार व सोमवार।

शुभ-वर्ष:-उम्र के 4,13,22,31,40,49,58,67,76,85 एवं 94 वें वर्ष।

शुभ-दिशा:-आग्नेय(दक्षिण-पूर्व)।

शुभ-रंग:-नीला,खाकी,मटमैला(सलेटी)।

शुभ-रत्न:-गोमेद।

शुभ-धातु:-मिश्रित धातु।

आराध्य-देव:-गणेश जी।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ रां रांहवे नमः।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

                 13    8     15 

                 14   12    10 

                  9     16    12 

मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-4,5,6 एवं 8 ।

शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1,2,7 एवं 9।

सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-3।