राशियों के नतीजे आठवें भाव में(Results of zodiac signs in eighth house):-
1. मेष राशि :- जन्मकुंडली के आठवे भाव में पहली मेष राशि होने से मनुष्य के पास में ज्यादा रुपयों-पैसों के होने से ज्यादा दुःखी होता है।
मनुष्य के पास में धन की अधिकता होने से दूसरे देश में वह गरीब हो जाता है।
मनुष्य भजन के समय दुष्टों की कथा का स्मरण करने वाला होता है।
2. वृषभ राशि :- जन्मकुंडली के आठवें भाव में दूसरी वृषभ राशि होने से मनुष्य को कफ से सम्बन्धित बीमारी से परेशान रहने वाला होता है।
मनुष्य मद में चूर होकर दूसरों की हंसी उड़ाने वाले होते है।
मनुष्य रात के समय पशु या खुश मनुष्यों के शरण से गरीब होता है।
3. मिथुन राशि :- जन्मकुंडली के आठवें भाव में तीसरी मिथुन राशि होने से मनुष्य नीच मनुष्यों से लगाव रखकर उनकी संगति करने वाला होता है।
मनुष्य को गुदा के रोग या रस के उत्पत्ति से अथवा मधुमेह की बीमारी से मरण होता है।
4. कर्क राशि :-जन्मकुंडली के आठवें भाव में चौथी कर्क राशि होने से मनुष्य को किसी भी जल के उत्पाद से मरण होता है।
मनुष्य को जल से डर लगते है और कीटाणुओं से मरण हो सकता है।
मनुष्य को दूसरों के हाथों से दूसरे देश में मरण हो सकता है।
5. सिंह राशि :- जन्म कुंडली के अष्टम भाव में कर्क राशि स्थित हो, तो जातक की बिच्छू आदि से,सर्प से, वन में चोर से अथवा पशु के कारण होती हैं।
जन्मकुंडली के आठवें भाव में पांचवी सिंह राशि होने से मनुष्य को बिच्छू व सर्प डसने से मरण हो सकता है।
मनुष्य को किसी भी वन या किसी भी सुनसान जगह पर ज्ञे से चोर मनुष्य के द्वारा मरण हो सकता है।
मनुष्य को किसी भी पशु के द्वारा उस पर हमला करने पर पशु के आघात से मृत्यु हो सकती है।
6. कन्या राशि :- जन्मकुंडली के आठवें भाव में छठी कन्या राशि होने से मनुष्य अपने मन में औरतों की हिंसा करने से भी मृत्यु हो सकती है।
मनुष्य के द्वारा किसी भी खराब आसान के उपयोग करने से भी मृत्यु हो सकती है।
मनुष्य को औरत के कारण अपने घर मे मृत्यु होती है।
7. तुला राशि :- जन्मकुंडली के आठवें भाव में सातवीं तुला राशि होने से मनुष्य को मनुष्य के द्वारा मृत्यु हो सकती है।
मनुष्य का जन्म रात के समय में होने पर उपवास से मृत्यु हो सकती है।
मनुष्य के कहि से भी गिरने से बहुत देरी से मृत्यु होती है।
8.वृश्चिक राशि :-जन्मकुंडली के आठवें भाव में आठवीं वृश्चिक राशि होने पर मनुष्य की मुख के रोगों से और कीड़ो के रोगों से मृत्यु हो सकती है।
मनुष्य को अपने स्थान पर किसी भी तरह के जहर से मृत्यु होती है।
9. धनु राशि :- जन्मकुंडली के आठवें भाव में नवी धनु राशि स्थिर होने से धनुष के आघात से मृत्यु होती हैं।
मनुष्य को गुप्त बीमारियों से और किसी भी तरह के नशे से मृत्यु होती हैं।
मनुष्य के आसपास दूषित जगहों पर स्थित पशुओं से मृत्यु होती हैं।
10. मकर राशि :- जन्मकुंडली के आठवें भाव में दशवीं मकर राशि होने पर मनुष्य विद्वान और अपने सामाजिक जीवन में बहुत ही ज्यादा मान-सम्मान मिलता है।
मनुष्य बहादुर और बड़ी छाती वाला होता है।
मनुष्य कामक्रीड़ा के लिए हमेशा आतुर रहने वाले होते है।
मनुष्य शास्त्रार्थ का ज्ञाता एवं समस्त कलाओं में प्रवीण होता
11.कुंभ राशि :-जन्मकुंडली के आठवें भाव में ग्यारहवीं कुंभ राशि होने से मनुष्य अपने निवास की जगह पर आग से मरने वाले होते है।
मनुष्य के द्वारा जगह-जगह से उधर लेने के कारण ज्यादा ऋणों होंने से और प्रमेह आदि बीमारी से मृत्यु होती है।
मनुष्य के द्वारा दुसरों की सेवा में मेहनत करते हुए मृत्यु
होती है।
12. मीन राशि :- जन्मकुंडली के आठवें भाव में बारहवीं मीन राशि होने से मनुष्य को अधिक दस्ते लगने से मृत्यु होती हैं।
मनुष्य को अनेक तरह के कष्टों का कारण और पित्त बुखार से मृत्यु होती हैं।
मनुष्य को जल में डूबने से और खून की कमी होने से मृत्यु होती हैं।
मनुष्य को किसी भी शस्त्र के आघात से भी मृत्यु होती हैं।