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Thursday, January 14, 2021

राशियों के नतीजे दूजे भाव में(Results of zodiac signs in the second house)


राशियों के नतीजे दूजे भाव में(Results of zodiac signs in the second house):-


1.मेष राशि :-जन्मकुंडली के दूजे भाव में पहली राशि मेष होने से मनुष्य भलाई के काम करके रुपये-पैसों को कमाते हैं।

◆मनुष्य ज्यादा भाई-बन्धुओं से जुड़े हुए  होते है।

◆मनुष्य दूसरों से हमेशा प्यार करने वाले होते है।


2.वृषभ राशि :- जन्मकुंडली के दूजे भाव में दूजी राशि वृषभ होने से मनुष्य खेती के कामों को करके रुपये-पैसों को कमाने वाले होते है।

◆मनुष्य के पास में पशु को पालन करके उनसे उत्पादन से धन को कमाने वाले होते है।

◆मनुष्य के पास में सोना,चांदी,मणि और मुक्ता आदि से युक्त होते है।

3.मिथुन राशि :- जन्मकुंडली के दूजे भाव में तीसरी राशि मिथुन होने से मनुष्य हमेशा औरतों से जनित धन से जुड़ा हुआ रहने वाला होता है।

◆मनुष्य के पास में अधिक मात्रा में सोने एवं चांदी से जुड़े हुए होते है।

◆मनुष्य अच्छे लोगों की मित्रता करने वाला होता है।


4.कर्क राशि :- जन्मकुंडली के दूजे भाव में चौथी कर्क राशि होने से मनुष्य हमेशा वृक्ष से उत्पन्न धन से जुड़े हुए होते है।

◆मनुष्य खराब भोजन को करने वाले होते है।

◆मनुष्य जल का धंधा करके रुपये-पैसों को कमाने वाले होते है।

◆मनुष्य न्याय से आजीविका प्राप्त करने वाला होता है।

◆मनुष्य अपने पुत्रों को खुश करने वाले होते है।


5.सिंह राशि :- जन्मकुंडली के दूजे भाव में पांचवी सिंह राशि होने से मनुष्य वन की जगह पर निवास करने वाले लोगों से रुपये-पैसे को पाने वाले होते है।

◆मनुष्य सभी पर उपकार करने वाले होते है।

◆मनुष्य सदैव अपने पुरुषार्थ से धन प्राप्त करने वाला होता है।

6.कन्या राशि :-जन्मकुंडली के दूजे भाव में छठी कन्या राशि होने से मनुष्य राज कार्य से धन प्राप्त करने वाला होते है।

◆मनुष्य सोना , चांदी, मोती और रत्न आदि से उत्पन्न धन से जुड़े रहने वाले होते है।

 ◆मनुष्य अनेक प्रकार की संपत्ति से युक्त होता है।

7.तुला राशि :- जन्मकुंडली के दूजे भाव में सातवीं तुला राशि होने से मनुष्य अनेक प्रकार के व्यापार से धन प्राप्त करने वाला होता है।

◆मनुष्य अधिक पुत्रों से युक्त होता है।

◆मनुष्य प्रतिभाशाली होता है।

◆मनुष्य अपने न्याय से धन प्राप्त करने वाला होता है।

8.वृश्चिक राशि :- जन्मकुंडली के दूजे भाव में आठवीं वृश्चिक राशि  होने से मनुष्य सभी प्रकार के पुण्य से अधिक धन प्राप्त करने वाला होते है।

◆मनुष्य पत्थर और मिट्टी से उत्पन्न अथवा कृषि उपज आदि कार्यों से सदैव धन प्राप्त करने वाला होता है ।


9.धनु राशि :- जन्मकुंडली के दूजे भाव में नवी राशि धनु होने से मनुष्य स्थिर कार्य से धन प्राप्त करने वाला होते है।मनुष्य पशुओं से जुड़े हुए कामों से रुपये-पैसे को कमाने वाले होते है।

◆मनुष्य सभी प्रकार के कृषि उत्पादन एवं रसों से रुपये-पैसे को कमाने वाले होते है।

 ◆मनुष्य धार्मिक कार्यक्रमों से धन प्राप्त करता है ।

10.मकर राशि :- जन्मकुंडली के दूजे भाव में दशवीं मकर राशि होने से मनुष्य सभी उपायों से धन प्राप्त करने वाला होता है।

◆मनुष्य राज कार्यों की सेवा करके रुपये-पैसों को कमाने वाले होते है।

◆मनुष्य खेती के कार्यों को करके रुपये-पैसों को कमाने वाले होते है।

11.कुम्भ राशि :- जन्मकुंडली के दूजे भाव में ग्यारहवीं कुंभ राशि होने से मनुष्य बागवानी से धन को प्राप्त करने वाला होते है।

◆मनुष्यों को सज्जनों के भोजन से एवं सम्मानित लोगों के उपकार से धन प्राप्त होता है ।


12.मीन राशि :- यदि जन्मकुंडली के द्वितीय भाव में मीन राशि स्थित हो, तो जातक 

◆जन्मकुंडली के दूजे भाव में बारहवीं मीन राशि होने से मनुष्य नियम एवं उपवासों  करके धन को पाने वाले होते है।

 ◆मनुष्य विद्या के प्रभाव से धन को कमाने वाले होते है।

 ◆मनुष्य को जमीन से खजाने मिलने से धन प्राप्त होते है।

मनुष्य को अपने माता-पिता द्वारा अर्जित धन से युक्त होता है।