दैनिक पंचांग के हालात को जानें दिनांक 10 फरवरी 2021 में(Know the situation of daily almanac on 10 February 2021):-आज के दिन चतुर्दशी तिथि है,चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिवजी होते है,भगवान शिवजी को आज के दिन पूजा-अर्चना करके खुश करना चाहिए।जिससे मनुष्य के दाम्पत्य जीवन में सुख और खुशहाली की प्राप्ति हो सके।
चतुर्दशी तिथि के दिन में करने योग्य काम:-चतुर्दशी तिथि के दिन मनुष्य को बन्धन,अग्नि,उग्र काम,घात, शल्यकाम,सांग्रामिक काम,शस्त्र-अस्त्र एवं लौह सम्बन्धी कार्य आदि करना ठीक रहता है।
दैनिक पंचांग का विवरण
दिनांक-------------------10 फरवरी 2021 महीना (अमावस्यांत् )---------पौष
महीना (पूर्णिमांंत् )-------------माघ
पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष
कलियुगाब्द्--------------------5122
विक्रम संवत्-------------------2077 विक्रम संवत
विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत
शक संवत्----------------------1942 शक संवत
ऋतु-----------------------------शिशिर ऋतु
सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे
सूर्य का गोल------------------दक्षिण गोले
संवत्सर(उत्तर)------------------प्रमादी
संवत्सर--------------------------शार्वरी
पंचांग
तिथि-------चतुर्दशी तिथि प्रातः(कल) 25:08:23 तक रहेगी।
वार--------------बुधवार
नक्षत्र----------उत्तराषाढ़ा नक्षत्र दोपहर 14:10:53 तक रहेगा।
नक्षत्र-------उसके बाद दोपहर 14:10:53 से श्रवण नक्षत्र शुरू होगा।
योग---------व्यतिपात योग प्रातः(कल) 29:06:24 तक रहेगा।
करण---------विष्टि भद्र करण दोपहर 13:34:06 तक उसके बाद में
करण---------शकुनि करण शुरू होकर प्रातः(कल) 25:08:23 तक रहेगा।
चन्द्रमा की राशि-- मकर राशि का चन्द्रमा पूरे दिन तक रहेगा,
सूर्य की राशि-----------सूर्य मकर राशि में ही रहेंगे।
सौर प्रविष्टे-------------28,माघ।
सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-
सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 07:04:46।
सूर्यास्त का समय:-सायं 18:06:18।
चन्द्रोदय का समय:- प्रातः(कल) 30:52:33।
चन्द्रास्त का समय:- सायं 16:14:23।
दिनमान का समय:- प्रातःकाल 11:01:31।
रात्रिमान का समय:-दोपहर से 12:57:42।
आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-
तीसरा चरण जा अक्षर उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का समय प्रातः काल 08:15:55 तक रहेगा।
चतुर्थ चरण जी अक्षर उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का समय दोपहर 14:10:53 तक रहेगा।
पहला चरण खी अक्षर श्रवण नक्षत्र का समय रात्रि 20:07:06 तक रहेगा।
दूसरा चरण खू अक्षर श्रवण नक्षत्र का समय प्रातः (कल) 26:04:38 तक रहेगा।
आंग्ल मतानुसार 10 फरवरी 2021 ईस्वी सन
अशुभ मुहूर्त का समय
राहुकाल मुहूर्त का समय:- दोपहर 12:36 से 13:58 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे।
यमघण्टा मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 08:27 से 09:50 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:13 से 12:36 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:13 से 12:58 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय है।
शुभ मुहूर्त का समय
अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 12:13 से दोपहर 12:58 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।
दिशाशूल से बचने का उपाय:-
दिशा शूल:- उत्तर दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो तिल या पुष्प का दान करके या दूध पीकर यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।
नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"
अर्थात-:
चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ:- में धंधा करें ।
रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे स्नान करें ।
काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।
दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
लाभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:05 से 08:27 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:27 से 09:50 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:50 से 11:13 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-प्रातः 11:13 से 12:36 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ समय रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-दोपहर 12:36 से 13:58 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-दोपहर 13:58 से 15:21 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-दोपहर 15:21 से 16:44 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-सायं 16:44 से 18:06 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
उद्वेग का चौघड़िया:-सायं 18:06 से 19:44 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-रात्रि 19:44 से 21:21 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-रात्रि 21:21 से 22:58 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-रात्रि 22:58 से 24:35 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:35 से 26:12 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-मध्यरात्रि 26:12 से 27:50 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-रात्रि 27:50 से 29:27 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 29:27 से 31:04 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मकर लग्न 27°23' गति 297°27' रहेगा।
सूर्य नक्षत्र :- धनिष्ठा नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।
चन्द्रमा नक्षत्र:- उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।
गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-
ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर
सूर्य ग्रह:-मकर राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के दुजे चरण के गी अक्षर में रहेंगे।
चन्द्रमा ग्रह:- मकर राशि में उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के तीजे चरण के जा अक्षर में रहेंगे।
मंगल ग्रह:-मेष राशि में भरणी नक्षत्र के चौथे चरण के लो अक्षर रहेंगे।
बुध ग्रह:- मकर राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के पहले चरण के गा अक्षर आएगा।
गुरु ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीजे चरण के खे अक्षर आएगा।
शुक्र ग्रह:- मकर में श्रवण नक्षत्र के दुजे चरण के खू अक्षर रहेगा।
शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के पहले चरण के खी अक्षर रहेगा।
राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के चौथे चरण के वु अक्षर रहेगा।
केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के दूसरे चरण के या अक्षर रहेगा।
।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-
10 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 1 के लिए शुभाशुभ:-
शुभ-तारीखें:-हर माह की 1,10,19 व 28 तारीख शुभ है।
शुभ-वार:-रविवार,सोमवर।
शुभ-वर्ष:-उम्र के 1,10,19,28,37,46,55,64,73,82 और 91 वें वर्ष।
शुभ-दिशा:-पूर्व दिशा।
शुभ-रंग:-पिला,सुनहरा, नारंगी,ताम्रवर्ण।
शुभ-रत्न:-माणिक्य।
शुभ-धातु:-सोना,ताँबा।
आराध्य-देव:-सूर्य देव व शिव भगवान।
जपनीय-मन्त्र:-ऊँ घृणिः सूर्याय नमः ।
पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-
6 1 8
7 5 3
2 9 4
मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1,2,3,9।
शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-4,6,7,8।
सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-5।