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Saturday, February 27, 2021

आज का पंचांग दिनांक 27 फरवरी का(Today's almanac dated 27 february)



आज का पंचांग दिनांक 27 फरवरी का(Today's almanac dated 27 february):-आज के दिन पूर्णिमा तिथि होने से पूर्णिमा तिथि के स्वामी भगवान विष्णुुजी को पूजा-अर्चना करके उनको खुश करके उनकी कृपा दृष्टि की प्राप्ति करनी चाहिए, जिससे मनुष्य के जीवन सुख-सम्पत्ति की प्राप्ति हो सके।


पूर्णिमा तिथि के दिन करने योग्य काम:-पूर्णिमा तिथि के दिन मनुष्य को तेल कर्म,स्त्री संगम,दन्तधावन,काष्ठ, उपनयन एवं क्षौर कर्म आदि कामों को छोड़कर दूसरे सभी काम करना ठीक रहता हैं।

आज के पूर्णिमा तिथि का व्रत करना चाहिए।


        ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक-------------------27 फरवरी 2021            महीना (अमावस्यांत् )---------माघ

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------माघ

पक्ष------------------------------शुक्ल पक्ष

कलियुगाब्द्--------------------5122

विक्रम संवत्-------------------2077 विक्रम संवत

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत

शक संवत्----------------------1942 शक संवत

ऋतु-----------------------------शिशिर ऋतु

सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे

सूर्य का गोल------------------दक्षिण गोले

संवत्सर(उत्तर)------------------प्रमादी

संवत्सर--------------------------शार्वरी 



                            पंचांग                           


तिथि-----पूर्णिमा तिथि दोपहर 13:46:14 तक रहेगी,

उसके बाद दोपहर  13:46:14 से प्रतिपदा तिथि शुरू होगी। 

वार--------------शनिवार।

नक्षत्र---------मघा नक्षत्र प्रातःकाल 11:17:10 तक रहेगा,

उसके बाद प्रातःकाल 11:17:10 से पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र शुरू होकर पूरे दिन रहेगा।

योग.........सुकर्मा योग रात्रि 19:35:52 तक रहेगा।

करण--------बव करण दोपहर 13:46:14 तक उसके बाद  में,

करण----------बालव करण शुरू होकर अधोरात्री 24:34:47 तक रहेगा। 

चन्द्रमा की राशि----सिंह राशि में चन्द्रमा पूरे दिन तक रहेगा,

सूर्य की राशि--------- सूर्य कुंभ राशि में रहेगा। 

सौर प्रविष्टे------------16,फाल्गुन।


सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-


सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 06:49:33।

सूर्यास्त का समय:-सायंकाल 18:18:25।

चन्द्रोदय का समय:-सायंकाल 18:24:57।

चन्द्रास्त का समय:-प्रातः(कल) 31:10:41।

दिनमान का समय:-प्रातःकाल 11:28:51।

रात्रिमान का समय:-दोपहर से 12:30:06।



आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-


चौथा चरण मे अक्षर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का समय प्रातःकाल 11:17:10 तक रहेगा।

पहला चरण मो अक्षर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का समय सायंकाल 16:53:32 तक रहेगा।

दुसरा चरण टा अक्षर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का समय रात्रि 22:28:26 तक रहेगा।

तीजे चरण टी अक्षर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 28:02:02 तक रहेगा।


आंग्ल मतानुसार 27 फरवरी  2021  ईस्वी सन


                    अशुभ मुहूर्त का समय                


राहुकाल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 09:42 से 11:08 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल दोपहर 14:00 से 15:26 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 06:50 से 08:16 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 08:21 से 09:07 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गंडमूल का मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 06:50 से  11:17 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।


                      शुभ मुहूर्त का समय                      


अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 12:11 से दोपहर 12:57 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



                 दिशाशूल से बचने का उपाय:-             


दिशा शूल:-पूर्व दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो तिल या उड़द का दान करके के या अदरक खाकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ:- में धंधा करें ।

रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे  स्नान करें ।

काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।


            

 दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-     


काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 06:50 से 08:16 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:16 से 09:42 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:42 से 11:08 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 11:08 से 12:34 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ समय रहेगा।

चर का चौघड़िया:-दोपहर 12:34 से 14:00 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-दोपहर 14:00 से 15:26 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-दोपहर 15:26 से 16:52 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-सायंकाल 16:52 से 18:18 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

       


रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


लाभ का चौघड़िया:-सायंकाल 18:18 से 19:52 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-रात्रि 19:52 से 21:26 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-रात्रि 21:26 से 22:59 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-रात्रि 22:59 से 24:33 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:33 से 26:07 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 26:07 से 27:41 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:41 से 29:15 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 29:15 से 30:49 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।



सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-कुंभ लग्न 14°31' गति 314°31' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र :- शतभिषा नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-मघा नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-कुंभ राशि में शतभिषा नक्षत्र के तीजे चरण के सी अक्षर में रहेंगे।

चन्द्रमा ग्रह:-सिंह राशि मघा नक्षत्र के चौथे चरण मे की अक्षर में रहेंगे।

मंगल ग्रह:-वृषभ राशि में कृत्तिका नक्षत्र के दुजे चरण के ई अक्षर में रहेंगे।

बुध ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीजे चरण के खे अक्षर में रहेगा।

गुरु ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के चौथे चरण के खो अक्षर में रहेगा। 

शुक्र ग्रह:-कुंभ राशि में शतभिषा नक्षत्र के पहले चरण के गो अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के दुजे चरण के खू अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के चौथे चरण के वु अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के दूसरे चरण के या अक्षर में रहेगा। 



    ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-


27 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 9 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 9,18 और 27 तारीख।

शुभ-वार:--मंगलवार।

शुभ-वर्ष:-उम्र के 9,18,27,36,45,54,63,72,81,90 और 99 वें वर्ष।

शुभ-दिशा:-दक्षिण।

शुभ-रंग:--लाल।

शुभ-रत्न:-मूँगा।

शुभ-धातु:-ताँबा।

आराध्य-देव:-कार्तिकेय और हनुमानजी।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ अं अंगारकाय नमः।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

                  8       3    10 

                  9      7       5 

                  4       11     6

मित्र-अंक(मालिक ग्रह के अनुसार):-1,2,3,7 और 9।

शत्रु-अंक(मालिक ग्रह के अनुसार):--4 और 5।

सम-अंक(मालिक ग्रह के अनुसार):-6 और 8।