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Sunday, February 28, 2021

आज का पंचांग दिनांक 28 फरवरी 2021 का(Today's almanac dated 28 february 2021)




आज का पंचांग दिनांक 28 फरवरी 2021 का(Today's almanac dated 28 february 2021):-आज के दिन प्रतिपदा तिथि होने से प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव को पूजा-आराधना करके उनको खुश करके उनकी कृपा दृष्टि की प्राप्ति करनी चाहिए, जिससे मनुष्य को अपने सांसारिक जीवन में सुख-समृद्धि मिल सके।

प्रतिपदा तिथि के दिन करने योग्य काम:-प्रतिपदा तिथि के दिन मनुष्य को चित्रकारी,आसव विधि,खेती के काम,शैय्या एवं आसन से सम्बंधित काम,वृक्ष काटना,गृह-पत्थर आदि से सम्बंधित काम करना बढ़िया रहता है।


आज के दिन सर्वाथ सिद्धि योग होने से जिन मांगलिक कामों कोई मुहूर्त नहीं मिलने पर सर्वाथ सिद्धि मुहूर्त में मांगलिक और दूसरे सभी काम करने से काम में सफलता मिलती है।


         ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक-------------------28 फरवरी 2021            महीना (अमावस्यांत् )---------माघ

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------फाल्गुन

पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष

कलियुगाब्द्--------------------5122

विक्रम संवत्-------------------2077 विक्रम संवत

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत

शक संवत्----------------------1942 शक संवत

ऋतु-----------------------------शिशिर ऋतु

सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे

सूर्य का गोल------------------दक्षिण गोले

संवत्सर(उत्तर)------------------प्रमादी

संवत्सर--------------------------शार्वरी 



                            पंचांग                           


तिथि-----प्रतिपदा तिथि प्रातःकाल 11:18:18 तक रहेगी,

उसके बाद प्रातःकाल  11:18:18 से द्वितीया तिथि शुरू होगी। 

वार--------------रविवार।

नक्षत्र-----पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र प्रातःकाल 09:34:29 तक रहेगा,

उसके बाद प्रातःकाल 09:34:29 से उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र शुरू होकर पूरे दिन रहेगा।

योग.........धृति योग सायंकाल 16:20:03 तक रहेगा।

करण--------कौलव करण प्रातःकाल 11:18:18 तक उसके बाद  में,

करण----------तैतिल करण शुरू होकर रात्री 21:57:59 तक रहेगा। 

चन्द्रमा की राशि----सिंह राशि में चन्द्रमा दोपहर 15:05:56 तक रहेगा,

उसके बाद दोपहर 15:05:56 से कन्या राशि में शुरू होकर  रहेगा।

सूर्य की राशि--------- सूर्य कुंभ राशि में रहेगा। 

सौर प्रविष्टे------------17,फाल्गुन।


सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-


सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 06:48:31।

सूर्यास्त का समय:-सायंकाल 18:19:04।

चन्द्रोदय का समय:-रात्रिकाल 19:30:08।

चन्द्रास्त का समय:-प्रातःकाल 07:37:39।

दिनमान का समय:-प्रातःकाल 11:30:32।

रात्रिमान का समय:-दोपहर से 12:28:25।



आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-


चौथा चरण टू अक्षर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का समय प्रातःकाल 09:34:29 तक रहेगा।

पहला चरण टे अक्षर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का समय  दोपहर 15:05:56 तक रहेगा।

दुसरा चरण टो अक्षर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का समय रात्रि 20:36:32 तक रहेगा।

तीजे चरण पा अक्षर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 26:06:27 तक रहेगा।


आंग्ल मतानुसार 28 फरवरी  2021  ईस्वी सन


                    अशुभ मुहूर्त का समय                


राहुकाल मुहूर्त का समय:-सायंकाल 16:53 से 18:18 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:34 से 14:00 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:26 से 16:53 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-सायंकाल 16:47 से 17:33 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।


                      शुभ मुहूर्त का समय                      


अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 12:11 से दोपहर 12:57 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



                 दिशाशूल से बचने का उपाय:-             


दिशा शूल:-पश्चिम दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो दलिया या चॉकलेट खाकर करके या घृत का पान करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ:- में धंधा करें ।

रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे  स्नान करें ।

काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।


            

 दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-     


उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 06:49 से 08:15 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:15 से 09:41 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:41 से 11:07 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-प्रातःकाल 11:07 से 12:34 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ समय रहेगा।

काल का चौघड़िया:-दोपहर 12:34 से 14:00 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-दोपहर 14:00 से 15:26 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-दोपहर 15:26 से 16:53 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-सायंकाल 16:53 से 18:19 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

       


रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


शुभ का चौघड़िया:-सायंकाल 18:19 से 19:53 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-रात्रि 19:53 से 21:26 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-रात्रि 21:26 से 22:59 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-रात्रि 22:59 से 24:33 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:33 से 26:07 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 26:07 से 27:40 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:40 से 29:14 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 29:14 से 30:47 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।



सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-कुंभ लग्न 15°31' गति 315°31' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र :- शतभिषा नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-कुंभ राशि में शतभिषा नक्षत्र के तीजे चरण के सी अक्षर में रहेंगे।

चन्द्रमा ग्रह:-सिंह राशि पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के चौथे चरण के टू अक्षर में रहेंगे।

मंगल ग्रह:-वृषभ राशि में कृत्तिका नक्षत्र के तीजे चरण के उ अक्षर में रहेंगे।

बुध ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीजे चरण के खे अक्षर में रहेगा।

गुरु ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के चौथे चरण के खो अक्षर में रहेगा। 

शुक्र ग्रह:-कुंभ राशि में शतभिषा नक्षत्र के पहले चरण के गो अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के दुजे चरण के खू अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के चौथे चरण के वु अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के दूसरे चरण के या अक्षर में रहेगा। 



    ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-


28 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 1 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 1,10,19 व 28 तारीख शुभ है।

शुभ-वार:-रविवार,सोमवर।

शुभ-वर्ष:-उम्र के 1,10,19,28,37,46,55,64,73,82 और 91 वें वर्ष।

शुभ-दिशा:-पूर्व दिशा।

शुभ-रंग:-पिला,सुनहरा, नारंगी,ताम्रवर्ण।

शुभ-रत्न:-माणिक्य।

शुभ-धातु:-सोना,ताँबा।

आराध्य-देव:-सूर्य देव व शिव भगवान।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ घृणिः सूर्याय नमः ।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

              6        1       8

              7        5       3

              2        9       4

मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1,2,3,9।

शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-4,6,7,8।

सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-5।