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Wednesday, March 10, 2021

आज का पंचांग दिनांक 10 मार्च 2021(Today's almanac dated 10 march 2021)


  

आज का पंचांग दिनांक 10 मार्च 2021(Today's almanac dated 10 march 2021):-आज के दिन द्वादशी तिथि होने से द्वादशी तिथि के स्वामी श्रीविष्णुजी भगवान की पूजा-आराधना करके श्रीविष्णुजी को खुश करना चाहिए।जिससे विष्णुजी भगवान की अनुकृपा बनी रहे और उनका आशीर्वाद मिल सके।जिससे मनुष्य के जीवन में आने वाली सभी परेशानियों से मुक्ति मिलकर धन-धान्य से भंडार भर सके।


द्वादशी तिथि के दिन करने योग्य काम:-

द्वादशी तिथि के दिन में मनुष्य को समस्त चर एवं स्थिर काम,दान,शांति एवं पौष्टिक काम,यात्रा एवं अन्नग्रहण के अलावा दूसरे काम करना ठीक रहता हैं।


        ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक-------------------10 मार्च 2021            महीना (अमावस्यांत् )---------माघ

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------फाल्गुन

पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष

कलियुगाब्द्--------------------5122

विक्रम संवत्-------------------2077 विक्रम संवत

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत

शक संवत्----------------------1942 शक संवत

ऋतु-----------------------------शिशिर ऋतु

सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे

सूर्य का गोल------------------दक्षिण गोले

संवत्सर(उत्तर)------------------प्रमादी

संवत्सर--------------------------शार्वरी 



                            पंचांग                           


तिथि----द्वादशी तिथि दोपहर 14:39:39 तक रहेगी।

वार-------------बुधवार।

नक्षत्र----श्रवण नक्षत्र रात्रि 21:01:36 तक रहेगा।

योग.....परिघ योग प्रातःकाल 10:34:47 तक  रहेगा।

करण---तैतिल करण दोपहर 14:39:39 तक रहेगा उसके बाद

करण--गर करण शुरू होकर प्रातः(कल) 26:36:39 तक रहेगा।

चन्द्रमा की राशि---मकर राशि का चन्द्रमा पूरे दिन रहेगा। 

सूर्य की राशि--------- सूर्य कुंभ राशि में रहेगा।

सौर प्रविष्टे............27,फाल्गुन।



सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-


सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 06:37:44।

सूर्यास्त का समय:-सायंकाल 18:25:18।

चन्द्रोदय का समय:-प्रातः(कल) 29:31:54।

चन्द्रास्त का समय:-दोपहर 15:33:42।

दिनमान का समय:-प्रातःकाल 11:47:34।

रात्रिमान का समय:-दोपहर 12:11:18।



आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-


दूसरा चरण खू अक्षर श्रवण नक्षत्र का समय  प्रातःकाल 08:48:24 तक रहेगा।

तीसरा चरण खे अक्षर श्रवण नक्षत्र का समय  दोपहर 14:54:21 तक रहेगा।

चौथा चरण खो अक्षर श्रवण नक्षत्र का समय  रात्रिकाल 21:01:36 तक रहेगा। 

पहला चरण गा अक्षर धनिष्ठा नक्षत्र का समय   प्रातः(कल) 27:10:12 तक रहेगा।



आंग्ल मतानुसार 10 मार्च  2021  ईस्वी सन


                    अशुभ मुहूर्त का समय                


राहुकाल मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:32 से 13:59 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 08:06 से 09:35 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:03 से 12:32 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:08 से 12:55 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।


                      शुभ मुहूर्त का समय                      


अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 12:08 से दोपहर 12:55 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



                 दिशाशूल से बचने का उपाय:-             


दिशा शूल:-उत्तर दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो तिल का या पुष्प का दान करके या दूध पीकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ:- में धंधा करें ।

रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे  स्नान करें ।

काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।


            

 दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-     


लाभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 06:38 से 08:06 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:06 से 09:35 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:35 से 11:03 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 11:03 से 12:32 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ समय रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-दोपहर 12:32 से 13:59 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-दोपहर 13:59 से 15:28 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-दोपहर 15:28 से 16:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-सायंकाल 16:57 से 18:25 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

       


रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


उद्वेग का चौघड़िया:-सायंकाल 18:25 से 19:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-रात्रि 19:57 से 21:28 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-रात्रि 21:28 से 22:59 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-रात्रि 22:59 से 24:31 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:32 से 26:02 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 26:02 से 27:34 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:34 से 29:05 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 29:05 से 30:37 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।



सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-कुंभ लग्न 25°32' गति 325°32' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र :- पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-श्रवण नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-कुंभ राशि मे पूर्वाभाद्रपदा नक्षत्र के दुजे चरण के सो अक्षर में रहेंगे।

चन्द्रमा ग्रह:-मकर राशि श्रवण नक्षत्र के दुजे चरण के खो अक्षर में रहेंगे।

मंगल ग्रह:-वृषभ राशि में कृत्तिका नक्षत्र के चौथे चरण के ए अक्षर में रहेंगे।

बुध ग्रह:-मकर राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के दुजे चरण के गी अक्षर में रहेगा।

गुरु ग्रह:-मकर राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के पहला चरण के गा अक्षर में रहेगा। 

शुक्र ग्रह:-कुंभ राशि में पूर्वाभाद्रपदा नक्षत्र के पहला चरण के से अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के दुजे चरण के खू अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के चौथे चरण के वु अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के दूसरे चरण के या अक्षर में रहेगा। 



    ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-


10 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 01 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 1,10,19 व 28 तारीख शुभ है।

शुभ-वार:-रविवार,सोमवर।

शुभ-वर्ष:-उम्र के 1,10,19,28,37,46,55,64,73,82 और 91 वें वर्ष।

शुभ-दिशा:-पूर्व दिशा।

शुभ-रंग:-पिला,सुनहरा, नारंगी,ताम्रवर्ण।

शुभ-रत्न:-माणिक्य।

शुभ-धातु:-सोना,ताँबा।

आराध्य-देव:-सूर्य देव व शिव भगवान।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ घृणिः सूर्याय नमः ।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

              6        1       8

              7        5       3

              2        9       4

मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1,2,3,9।

शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-4,6,7,8।

सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-5।