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Monday, March 15, 2021

आज का पंचांग दिनांक 15 मार्च 2021(Today's almanac dated 15 march 2021)

             


आज का पंचांग दिनांक 15 मार्च 2021(Today's almanac dated 15 march 2021):-आज के दिन द्वितीया तिथि होने से द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्माजी को पूजा-अर्चना करके उनको खुश करके उनका आशीर्वाद पाना चाहिए,जिससे मनुष्य को अपने जीवन धन-सम्पति मिल सके।


द्वितीया तिथि के दिन करने योग्य काम:-द्वितीया तिथि के दिन मनुष्य को राजकीय प्रशासनिक काम, विवाह, उपनयन, यात्रा, देवप्रतिष्ठा, आभूषण, गृह,समस्त पौष्टिक एवं शुभ आदि काम करना ठीक रहता है।

आज के दिन फुलेरा दूज का पर्व हैं,जो कि अबूझ मुहूर्त माना जाता हैं।इस पर्व के दिन किसी तरह से भी कोई भी काम करने के लिए किसी मुहूर्त की जरूरत नहीं पड़ती है।यह फुलेरा दूज पर्व एक अबूझ मुहूर्त होने से इस मुहूर्त में कोई भी कार्य सिद्ध होता है।

 

         ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक-------------------15 मार्च 2021            महीना (अमावस्यांत् )---------फाल्गुन

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------फाल्गुन

पक्ष------------------------------शुक्ल पक्ष

कलियुगाब्द्--------------------5122

विक्रम संवत्-------------------2077 विक्रम संवत

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत

शक संवत्----------------------1942 शक संवत

ऋतु-----------------------------शिशिर ऋतु

सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे

सूर्य का गोल------------------दक्षिण गोले

संवत्सर(उत्तर)------------------प्रमादी

संवत्सर--------------------------शार्वरी 



                            पंचांग                           


तिथि----द्वितीया तिथि रात्रिकाल 18:48:58 तक रहेगी।

वार-------------सोमवार

नक्षत्र----रेवती नक्षत्र प्रातः(कल) 28:42:28 तक रहेगा।

योग.....शुक्ल योग प्रातःकाल 07:44:39 तक  रहेगा।

करण---कौलव करण रात्रिकाल 18:48:58 तक रहेगा उसके बाद

करण--तैतिल करण शुरू होकर प्रातः(कल) 31:50:38 तक रहेगा।

चन्द्रमा की राशि---मीन राशि का चन्द्रमा प्रातः(कल) 28:42:28 तक रहेगा। 

सूर्य की राशि--------- सूर्य मीन राशि में रहेगा।

सौर प्रविष्टे............2,चैत्र।



सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-


सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 06:32:02।

सूर्यास्त का समय:-सायंकाल 18:28:14।

चन्द्रोदय का समय:-प्रातःकाल 07:43:16।

चन्द्रास्त का समय:-रात्रिकालीन 20:15:50।

दिनमान का समय:-प्रातःकाल 11:56:12।

रात्रिमान का समय:-दोपहर 12:02:39।



आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-


पहला चरण दे अक्षर रेवती नक्षत्र का समय  प्रातःकाल 08:52:01 तक रहेगा।

दूसरा चरण दो अक्षर रेवती नक्षत्र का समय दोपहर 15:27:15  तक रहेगा। 

तीसरा चरण च अक्षर रेवती नक्षत्र का समय  रात्रिकालीन 22:04:05 तक रहेगा।

चौथा चरण ची अक्षर रेवती नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 28:42:28  तक रहेगा। 



आंग्ल मतानुसार 15 मार्च  2021  ईस्वी सन


                    अशुभ मुहूर्त का समय                


राहुकाल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 08:02 से 09:31 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:01 से 12:30 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-दोपहर 13:59 से 15:29 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:54 से 13:42 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:17 से 16:05 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

पंचक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 06:32 से प्रातः(कल) 28:42 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गण्डमूल मुहूर्त का समय:-अहोरात्रि तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।



                      शुभ मुहूर्त का समय                      


अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 12:06 से दोपहर 12:54 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



                 दिशाशूल से बचने का उपाय:-             


दिशा शूल:-पूर्व दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो चन्दन लगाकर या चन्दन का दान करके या दूध पीकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।


         ।।शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानो।।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ:- में धंधा करें ।

रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे  स्नान करें ।

काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।


     

 दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-     


अमृत का चौघड़िया:-प्रातःकाल 06:32 से 08:02 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:02 से 09:32 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:32 से 11:01 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 11:01 से 12:30 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ समय रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-दोपहर 12:30 से 13:59 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-दोपहर 13:59 से 15:29 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-दोपहर 15:29 से 16:59 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-सायंकाल 16:59 से 18:28 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

       


रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


चर का चौघड़िया:-सायंकाल 18:28 से 19:59 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-रात्रि 19:59 से 21:29 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-रात्रि 21:29 से 22:59 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-रात्रि 22:59 से 24:30 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:30 से 25:59 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:59 से 27:30 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:30 से 29:01 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 29:01 से 30:31 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।


   ।।सूर्य के  उदय के समय में लग्न को जानो।।


सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मीन लग्न 0°31' गति 330°31' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र :- पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-रेवती नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-मीन राशि मे पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के चौथे चरण के दी अक्षर में रहेंगे।

चन्द्रमा ग्रह:-मीन राशि में रेवती नक्षत्र के पहलेे चरण के दे अक्षर में रहेंगे।

मंगल ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के पहला चरण के ओ अक्षर में रहेंगे।

बुध ग्रह:-कुंभ राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के चोथे चरण के गे अक्षर में रहेगा।

गुरु ग्रह:-मकर राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के पहला चरण के गा अक्षर में रहेगा। 

शुक्र-ग्रह:-कुंभ राशि में पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के तीसरे चरण के दा अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के दुजे चरण के खू अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के चौथे चरण के वु अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के दूसरे चरण के या अक्षर में रहेगा। 



    ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल।।


15 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 06 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 6,15 और 24।

शुभ-वार:--बुधवार और शुक्रवार।

शुभ-वर्ष:-उम्र के 6,15,24,33,42,51,60,69,78,87 और 96 वें वर्ष।

शुभ-दिशा:-आग्नेय कोण की दिशा।

शुभ-रंग:--सफेद,गुलाबी,आसमानी।

शुभ-रत्न:-हीरा।

शुभ-धातु:-चाँदी।

आराध्य-देव:-कार्तिकेय।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ शुं शुक्राय नमः।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

                  11     6     13 

                 12      10     8

                  7       14     9

मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-4,5,6 और 8।

शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1,2और 7।

सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-3 और 9।