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Thursday, March 25, 2021

आज का पंचांग दिनांक 25 मार्च 2021(Today's almanac dated 25 march 2021)

              



आज का पंचांग दिनांक 25 मार्च 2021(Today's almanac dated 25 march 2021):-आज के दिन एकादशी तिथि होने से एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेवाजी की पूजा-अर्चना करके उनको खुश करना चाहिए।जिससे विश्वदेवाजी की कृपा दृष्टि मनुष्य पर बनी रहे।

जिससे मनुष्य के जीवन के सभी निर्माण से सम्बंधित कामों में कामयाबी मिल सके और जीवन में धन-धान्य का भंडार भरा रहे,बुरे समय से रक्षा हो सके और सभी तरह के कामों में किसी तरह की बाधा नहीं आवे।

एकादशी तिथि के दिन करने योग्य काम:-एकादशी तिथि के दिन मनुष्य को आभूषण,शिल्प,नृत्य,चित्रकारी, गृह, सम्बन्धी काम, शादी, यात्रा, उपनयन, शांति और पौष्टिक काम करना उत्तम रहता है।

आज के दिन विशेष आमलकी एकादशी तिथि का व्रत है,इसलिए आज फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को व्रत करके सभी तरह के पापों से मुक्ति पावे।आज आँवले के वृक्ष की पूजा-अर्चना करने से श्रीविष्णुजी खुश होते है।

 

         ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक-------------------25 मार्च 2021            महीना (अमावस्यांत् )---------फाल्गुन

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------फाल्गुन

पक्ष------------------------------शुक्ल पक्ष

कलियुगाब्द्--------------------5122

विक्रम संवत्-------------------2077 विक्रम संवत

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत

शक संवत्----------------------1942 शक संवत

ऋतु-----------------------------शिशिर ऋतु

सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे

सूर्य का गोल------------------दक्षिण गोले

संवत्सर(उत्तर)------------------प्रमादी

संवत्सर--------------------------शार्वरी 


       ।।आज के पंचांग के हालात को जानें।। 


तिथि----एकादशी तिथि प्रातःकाल  09:46:48 तक रहेगी,

उसके बाद प्रातःकाल 09:46:48 से द्वादशी तिथि शुरू होकर रहेगी।

वार-------------गुरुवार

नक्षत्र---आश्लेषा नक्षत्र रात्रिकाल 22:47:48 तक रहेगा।

योग....सुकर्मा योग प्रातःकाल 10:01:39 तक  रहेगा।

करण--विष्टि(भद्रा)करण प्रातःकाल 09:46:48 तक रहेगा,उसके बाद

करण-बव शुरू होकर रात्रिकाल 21:09:40 तक रहेगा।

चन्द्रमा की राशि--कर्क राशि का चन्द्रमा रात्रिकाल 22:47:48 तक रहेगा।

सूर्य की राशि--------- सूर्य मीन राशि में रहेगा।

सौर प्रविष्टे............12,चैत्र।



सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-


सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 06:20:28।

सूर्यास्त का समय:-सायंकाल 18:33:54।

चन्द्रोदय का समय:-दोपहर 14:59:17।

चन्द्रास्त का समय:-प्रातः(कल) 28:50:56।

दिनमान का समय:-दोपहर 12:13:26।

रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 11:45:24।



आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-

दूसरे चरण डू अक्षर आश्लेषा नक्षत्र का समय प्रातःकाल 11:05:39 तक रहेगा। 

तीसरे चरण डेअक्षर आश्लेषा नक्षत्र का समय सायंकाल 16:58:13 तक रहेगा।

चौथे चरण डो अक्षर आश्लेषा नक्षत्र का समय अधोरात्री 22:47:48 तक रहेगा।

पहला चरण मा अक्षर मघा नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 28:34:30 तक रहेगा।



 ।।आंग्ल मतानुसार 25 मार्च  2021  ईस्वी सन।।


   ।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।।                

राहुकाल मुहूर्त का समय:-दोपहर 13:59 से 15:31 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 06:20 से 07:52 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 09:24 से 10:56 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 10:25 से 11:14 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त हैं।

दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:18 से 16:07 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गण्डमूल मुहूर्त का समय:-अधोरात्री तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।


   ।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।                     

अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 12:03 से दोपहर 12:52 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



   ।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।


दिशा शूल:-दक्षिण दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो तिल का या गुड़ या गुड़ के चावल खाकर या दही पीकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।


    ।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ:- में धंधा करें ।

रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे  स्नान करें ।

काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।


     

 दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-     


शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 06:20 से 07:52 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:52 से 09:24 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:24 से 10:56 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:56 से 12:27 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ  रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-दोपहर 12:27 से 13:59 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-दोपहर 13:59 से 15:31 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-दोपहर 15:31 से 17:02 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-सायंकाल 17:02 से 18:34 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

       


रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


अमृत का चौघड़िया:-सायंकाल 18:34 से 20:02 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-रात्रि 20:02 से 21:30 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-रात्रि 21:30 से 22:58 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-रात्रि 22:58 से 24:27 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:27 से 25:55 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:55 से 27:23 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:23 से 28:51 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:51 से 30:19 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।


  ।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।


सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मीन लग्न 10°27' गति 340°27' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र :- उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-आश्लेषा  नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-मीन राशि मे उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के तीसरे चरण के झ अक्षर में रहेंगे।

चन्द्रमा ग्रह:- कर्क राशि में आश्लेषा नक्षत्र के दुजे चरण के डू अक्षर में रहेंगे।

मंगल ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के तीसरे चरण के वी अक्षर में रहेंगे।

बुध ग्रह:-कुंभ राशि में शतभिषा नक्षत्र के चौथे चरण के सू अक्षर में रहेगा।

गुरु ग्रह:-मकर राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के दुजे चरण के गी अक्षर में रहेगा। 

शुक्र-ग्रह:-मीन राशि में उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के तीसरे चरण के झ अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीसरे चरण के खे अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के चौथे चरण के वु अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के दूसरे चरण के या अक्षर में रहेगा। 



    ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-


25 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 07 के लिए शुभाशुभ:

शुभ-तारीखें:-हर माह की 7,16 और 25 तारीख।

शुभ-वार:--बुधवार 

शुभ-वर्ष:-उम्र के 7,16,25,34,43,52,61,70,79,88 और 97 वें वर्ष।

शुभ-दिशा:-वायव्य(उत्तर-पश्चिम)

शुभ-रंग:--हल्का रंग।

शुभ-रत्न:-लहसुनिया।

शुभ-धातु:-मिश्रित धातु।

आराध्य-देव:-भगवान नृसिंह जी।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ कें केतवे नमः।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

                  14      9     16 

                  15     13    11

                  10     17     12

मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-5,6,7 और 8।

शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1,2,4 और 9।

सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):--3।