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Monday, May 17, 2021

आज का पंचांग दिनांक 17 मई 2021 (Today's almanac dated 17 may 2021)



आज का पंचांग दिनांक 17 मई 2021 (Today's almanac dated 17 may 2021):-आज के दिन पंचमी तिथि होने से पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता की पूजा-अर्चना करके उनको खुश करना चाहिए, जिससे उनका आशीर्वाद मिल सके और सांसारिक जीवन में सुख-शांति प्राप्त हो सके। 

पंचमी तिथि के दिन करने योग्य काम:-पंचमी तिथि के दिन मनुष्य को यात्रा, उपनयन, विवाह, ग्रहशांति, पौष्टिक कर्म, चर एवं स्थिर समस्त कार्य, मांगलिक कार्य करना आदि कामों को करना ठीक रहता है।

विशेष:-आज के दिन श्रीशंकराचार्य जी जयंती 1233 वीं और श्री मलूकदासजी जयंती वृन्दावने वाले कि हैं।

सर्वाथ सिद्धि योग:-आज के दिन सर्वाथ सिद्धि योग होने से जिन मांगलिक कामों कोई मुहूर्त नहीं मिलने पर सर्वाथ सिद्धि मुहूर्त में मांगलिक और दूसरे सभी काम करने से काम में सफलता मिलती हैं।



         ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक-------------------17 मई 2021          

महीना (अमावस्यांत् )---------वैशाख

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------वैशाख

पक्ष------------------------------शुक्ल पक्ष

कलियुगाब्द्--------------------5123

विक्रम संवत्-------------------2078 विक्रम संवत

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत

शक संवत्----------------------1943 शक संवत

ऋतु-----------------------------ग्रीष्म ऋतु

सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे

सूर्य का गोल------------------उत्तर गोले

संवत्सर(उत्तर)------------------आनंद

संवत्सर--------------------------प्लव 



       ।।आज के पंचांग के हालात को जानें।। 


तिथि----पंचमी तिथि प्रातःकाल 11:34:02 तक रहेगी,

उसके बाद षष्ठी तिथि शुरू होगी।

वार-------------सोमवार

नक्षत्र---पुनर्वसु नक्षत्र दोपहर 12:20:41 तक रहेगा,

उसके पुष्य नक्षत्र शुरू होगा।

योग....गण्ड योग प्रातः(कल) 26:47:11 तक  रहेगा।

करण...बालव करण प्रातःकाल 11:34:03 तक रहेगा,उसके बाद

करण...कौलव करण  अहोरात्र 24:08:03 तक रहेगा।

चन्द्रमा की राशि--मिथुन राशि में चन्द्रमा प्रातःकाल 06:51:40 तक रहेगा,

उसके बाद कर्क राशि में चन्द्रमा शुरू होकर पूरे दिन रहेगा। 

सूर्य की राशि---------वृषभ राशि में सूर्य रहेगा।

सौर प्रविष्टे............04,ज्येष्ठ।



सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-

सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 05:30:32।

सूर्यास्त का समय:-रात्रिकाल 19:04:48।

चन्द्रोदय का समय:-प्रातःकाल 09:35:43।

चन्द्रास्त का समय:-रात्रिकाल 23:58:48।

दिनमान का समय:-दोपहर 13:34:15।

रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 10:25:13।



आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-

तीसरे चरण हा अक्षर पुनर्वसु नक्षत्र का समय प्रातःकाल 06:51:40 तक रहेगा।

चौथा चरण ही अक्षर पुनर्वसु क्षत्र का समय दोपहर 13:20:41 तक रहेगा।

पहला चरण हु अक्षर पुष्य नक्षत्र का समय रात्रिकाल 19:47:33 तक रहेगा।

दूसरे चरण हे अक्षर पुष्य नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 26:12:09 तक रहेगा। 



 ।।आंग्ल मतानुसार 17 मई  2021  ईस्वी सन।।


   ।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।।               

राहुकाल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 07:12 से 08:54 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 10:36 से 12:18 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-दोपहर 13:59 से 15:41 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:45 से 13:39 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:28 से 16:22 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त हैं।



        ।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।                     

अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 11:51 से दोपहर 12:45 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



   ।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।

दिशा शूल:-पूर्व दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो चन्दन लगाकर या चन्दन का दान करके या दूध पीकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।



 ।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ trघंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ:- में धंधा करें ।

रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे  स्नान करें ।

काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।


   दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:- 


अमृत का चौघड़िया:-प्रातःकाल 05:31 से 07:12 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:12 से 08:54 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:54 से 10:36 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:36 से 12:18 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ  रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-दोपहर 12:18 से 13:59 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-दोपहर 13:59 से 15:41 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-दोपहर 15:41 से 17:23 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-सायंकाल 17:23 से 19:05 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

       


रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


चर का चौघड़िया:-रात्रिकाल 19:05 से 20:23 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-रात्रिकाल 20:23 से 21:41 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-रात्रिकाल 21:41 से 22:59 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 22:59 से 24:17 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:17 से 25:36 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:36 से 26:54 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 26:54 से 28:12 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:12 से 29:30 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।


 

।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।


सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-वृषभ लग्न 2°10' गति 32°10' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र :- कृत्तिका  नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-आर्द्रा  नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-वृषभ राशि मे कृत्तिका नक्षत्र के दूसरा चरण के ई अक्षर में रहेंगे।

चन्द्रमा ग्रह:-मिथुन राशि में पुनर्वसु नक्षत्र के तीसरे चरण के हा अक्षर में रहेंगे।

मंगल ग्रह:-मिथुन राशि में पुनर्वसु नक्षत्र के पहला  चरण के के अक्षर में रहेंगे।

बुध ग्रह:-वृषभ राशि में मृगशिरा नक्षत्र के पहला चरण के वे अक्षर में रहेगा।

गुरु ग्रह:-कुंभ राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के चौथे चरण के गे अक्षर में रहेगा। 

शुक्र-ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के दूसरा चरण के वा अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीसरे चरण के खे अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के तीसरे चरण के वी अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के पहले चरण के नो अक्षर में रहेगा। 


    ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-


17 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 08 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 8,17 और 26 तारीख।

शुभ-वार:--शनिवार।

शुभ-वर्ष:-उम्र के 8,17,26,35,44,53,62,71,80,89 और 98 वें वर्ष।

शुभ-दिशा:-पश्चिम

शुभ-रंग:--काला और नीला।

शुभ-रत्न:-नीलम।

शुभ-धातु:-लोहा।

आराध्य-देव:-शनि देव,हनुमानजी और शिवजी।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ शं शनैश्चराय नमः।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

                  9      4     11 

                 10      8       6

                  5       12     7

मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):4,5,6 और 8।

शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):--1,2,7 और 9।