आज का पंचांग दिनांक 29 मई 2021 (Today's almanac dated 29 may 2021):-तृतीया तिथि के स्वामी:-तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती माता जी की पूजा-अर्चना करके उनको खुश करना चाहिए, जिससे उनका आशीर्वाद मिल सके और सांसारिक जीवन में सुख-शांति प्राप्त हो सके।
तृतीया तिथि के दिन करने योग्य काम:-तृतीया तिथि के दिन मनुष्य को सीमन्त संस्कार, चौल संस्कार, अन्नप्राशन, उपनयन, गृह प्रवेश, प्रतिष्ठा, संगीत, शिल्पविद्या, समस्त शुभ काम, पशुओं से सम्बंधित काम, जलयान, आभूषण इत्यादि काम करना अच्छा होता है।
विशेष:-आज के दिन ज्येष्ठ चतुर्थी व्रत चन्द्रोदय रात्रि में होगा।
।।दैनिक पंचांग का विवरण।।
दिनांक-------------------29 मई 2021
महीना (अमावस्यांत् )---------वैशाख
महीना (पूर्णिमांंत् )-------------ज्येष्ठ
पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष
कलियुगाब्द्--------------------5123
विक्रम संवत्-------------------2078 विक्रम संवत
विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत
शक संवत्----------------------1943 शक संवत
ऋतु-----------------------------ग्रीष्म ऋतु
सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे
सूर्य का गोल------------------उत्तर गोले
संवत्सर(उत्तर)------------------आनंद
संवत्सर--------------------------प्लव
।।आज के पंचांग के हालात को जानें।।
तिथि----तृतीया तिथि प्रातःकाल 09:35:36 तक रहेगी,उसके बाद क्षय चतुर्थी तिथि प्रातः(कल) 28:02:55 तक रहेगी।
वार-------------शनिवार।
नक्षत्र---पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र सायंकाल 18:02:40 तक रहेगा,उसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र शुरू होगा।
योग....शुभ योग प्रातःकाल 11:28:04 तक रहेगा।
करण...विष्ट(भद्रा) करण प्रातःकाल 06:33:09 तक रहेगा,उसके बाद
करण...बव करण सायंकाल 17:13:31 तक रहेगा,
उसके बाद बालव करण शुरू होकर प्रातः(कल) 28:02:55 तक रहेगा।।
चन्द्रमा की राशि--धनु राशि में रात्रिकाल 23:38:26 तक रहेगा,उसक बाद मकर राशि में चन्द्रमा रहेगा।
सूर्य की राशि---------वृषभ राशि में सूर्य रहेगा।।
सौर प्रविष्टे............16,ज्येष्ठ।
सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-
सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 05:25:41।
सूर्यास्त का समय:-रात्रिकाल 19:11:39।
चन्द्रोदय का समय:-रात्रिकाल 22:34:21।
चन्द्रास्त का समय:-प्रातःकाल 07:58:41।
दिनमान का समय:-दोपहर 13:45:58।
रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 10:13:45।
आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-
दूसरे चरण धा अक्षर पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का समय प्रातःकाल 06:57:53 तक रहेगा।
तीसरे चरण फा अक्षर पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का समय दोपहर 12:29:11 तक रहेगा।
चौथा चरण ढा अक्षर पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का समय सायंकाल 18:02:40 तक रहेगा।
पहले चरण भे अक्षर उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का समय रात्रिकाल 23:38:26 तक रहेगा।
दूसरे चरण भो अक्षर उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 29:16:35 तक रहेगा।
।।आंग्ल मतानुसार 29 मई 2021 ईस्वी सन।
।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।।
राहुकाल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 08:52 से 10:35 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे।
यमघण्टा मुहूर्त का समय:-दोपहर 14:02 से 15:45 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 05:26 से 07:09 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
दूर मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 07:16 से 08:11 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।
अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 11:51 से दोपहर 12:46 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।
।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।
दिशाशूल:-पूर्व दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो तिल या उड़द का दान करके या अदरक खाकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता हैं।
।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।
नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"
अर्थात-:
चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ:- में धंधा करें ।
रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे स्नान करें ।
काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।
दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 05:26 से 07:09 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:09 से 08:52 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:52 से 10:35 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:35 से 12:19 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-दोपहर 12:19 से 14:02 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-दोपहर 14:02 से 15:45 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-दोपहर 15:45 से 17:28 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-सायंकाल 17:28 से 19:12 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
लाभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 19:12 से 20:28 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-रात्रिकाल 20:28 से 21:45 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 21:45 से 23:02 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-रात्रिकाल 23:02 से 24:19 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:19 से 25:35 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:35 से 26:52 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 26:52 से 28:09 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:09 से 29:25 तक रहेगा जो कि शुभकार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।
सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-वृषभ लग्न 13°42' गति 43°42' रहेगा।
सूर्य नक्षत्र :- रोहिणी नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।
चन्द्रमा नक्षत्र:-पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।
गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-
ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर
सूर्य ग्रह:-वृषभ राशि मे रोहिणी नक्षत्र के दूसरे चरण के वा अक्षर में रहेंगे।
चन्द्रमा ग्रह:-धनु राशि में पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के दूसरे चरण के धा अक्षर में रहेंगे।
मंगल ग्रह:-मिथुन राशि में पुनर्वसु नक्षत्र के तीसरे चरण के हा अक्षर में रहेंगे।
बुध ग्रह:-मिथुन राशि में मृगशिरा नक्षत्र के तीसरे चरण के का अक्षर में रहेगा।
गुरु ग्रह:-कुंभ राशि में शतभिषा नक्षत्र के पहले चरण के गो अक्षर में रहेगा।
शुक्र-ग्रह:-वृषभ राशि में मृगशिरा नक्षत्र के तीसरे चरण के का अक्षर में रहेगा।
शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीसरे चरण के खे अक्षर में रहेगा।
राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के तीसरे चरण के वी अक्षर में रहेगा।
केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के पहले चरण के नो अक्षर में रहेगा।
।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-
29 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 02 के लिए शुभाशुभ:-
शुभ-तारीखें:-हर माह की 2,11,20,29 तारीख शुभ होती है।
शुभ-वार:-सोमवार।
शुभ-वर्ष:-उम्र के 2,11,20,29,38,47,5674,83 और 92 वें वर्ष शुभ वर्ष होते हैं।
शुभ-दिशा:-नैर्ऋत्य दिशा शुभ होती है।
शुभ-रंग:-सफेद।
शुभ-रत्न:-मोती रत्न शुभ होता है।
शुभ-धातु:-चाँदी धातु शुभ होती है।
आराध्य-देव:-भगवान शिवजी।
जपनीय-मन्त्र:-ऊँ सौंमय नमः।
पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-
7 3 9
8 6 4
3 10 5
मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1,2,5,6।
शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-4,व 7 ।
सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-3,8 व 9।