Breaking

Wednesday, October 6, 2021

राशियों के वासदेश क्या होते हैं(what are the signs of the zodiac)

                  



राशियों के वासदेश क्या होते हैं(what are the signs of the zodiac):-हमारे प्राचीन काल के ऋषि-मुनियों ने बहुत ही ज्योतिष शास्त्र का गहन अध्ययन किया था। उस अध्ययन के आधार पर मनुष्य को किस देश से फायदा मिल सकता है उसके बारे में जानकारी के लिए राशियों के निवास स्थान के देश बताये थे। जिनको जानकर मनुष्य उस देश से फायदा के बारे पहले से उनको जानकारी मिल सके।

राशियों के वासदेश का अर्थ:-ज्योतिष शास्त्र में बताई हुए बारह राशियों के बारह स्थान जो की उस देश की स्थिति के बारे में जानकारी देते है उस देश के निवास जगह को ही वासदेश कहते हैं।ज्योतिष शास्त्र बारह राशियों को माना गया है, उन बारह राशियों से ही मानव जीवन के भूत काल, भविष्य काल और वर्तमान काल की गणना की जाती हैं। इस तरह मानव जीवन की स्थिति को जानने के लिए राशियों के वासदेश भी बताए गए। इन बारह राशियों के रहने के स्थान को जानना भी ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बहुत ही महत्वपूर्ण है। जो की इस तरह हैं-


राशियों के वासदेश:-द्वादश राशियों के वासदेश निम्नलिखित हैं, जो इस तरह हैं:

1.मेष राशि:-मेष राशि जो की पहली राशि होती है इस राशि का निवास स्थान पाटल देश को माना गया हैं।


2.वृषभ राशि:-वृषभ राशि जो की दूसरी राशि होती है इस राशि का निवास स्थान कर्नाट देश को बताया गया हैं।


3.मिथुन राशि:-मिथुन राशि जो की तीसरी राशि होती है इस राशि का निवास स्थान चर जगह को माना गया हैं।


4.कर्क राशि:-कर्क राशि जो की चतुर्थ राशि होती है इस राशि का निवास स्थान चोल देश को बताया गया हैं।


5.सिंह राशि:-सिंह राशि जो की पांचवी राशि होती है इस राशि का निवास स्थान पाण्ड्य देश को माना गया हैं।


6.कन्या राशि:-कन्या राशि जो की छठी राशि होती है इस राशि का निवास स्थान केरल देश को माना गया हैं।


7.तुला राशि:-तुला राशि जो की सातवी राशि होती है इस राशि का निवास स्थान कोल्लास देश को माना गया हैं।


8.वृश्चिक राशि:-वृश्चिक राशि जो की आठवी राशि होती है इस राशि का निवास स्थान मलय देश को माना गया हैं।


9.धनु राशि:-धनु राशि जो की नवीं राशि होती है इस राशि का निवास स्थान सैन्धव देश को माना गया हैं।


10.मकर राशि:-मकर राशि जो की दशमी राशि होती है इस राशि का निवास स्थान पाञ्चाल देश को माना गया हैं।


11.कुम्भ राशि:-कुम्भ राशि जो की ग्यारहवी राशि होती है इस राशि का निवास स्थान यवन देश को माना गया हैं।


12.मीन राशि:-मीन राशि जो की बारहवीं राशि होती है इस राशि का निवास स्थान कौशल देश को माना गया हैं।


राशियों के वासदेश के नतीजे और उनके स्थान का महत्त्व:- राशियों के वासदेश अर्थात् राशियों के रहने की जगह होता हैं, इस तरह राशियों की जगह के द्वारा मानव जीवन का उद्भव किस देश से रहेगा वह जान सकते हैं।

मानव जीवन के रहने की जगह से मानव के हाव-भाव को भी जान सकते हैं।

■भाव के स्वामी जिस राशि में बैठते है, तब उस राशि से सम्बन्धित देश में उस भाव के स्वामी से सम्बंधित नतीजे मिलने के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती हैं।

■सातवें घर के स्वामी जिस किसी भी राशि में बैठे हुए हो तब उस राशि जिससे मेलमिलाप हो रहा होता है उस राशि के देश में मनुष्य के विवाह की सम्भावना बनती हैं।

■ग्यारहवा घर में जो कोई भी राशि बैठी हुई होती है तब उस राशि के अनुसार ही मनुष्य के जीवन को चलाने के लिए सुख-साधन के स्त्रोतं का पता चलता हैं।
■जिस किसी भी भाव में स्थित राशि से उस भाव के बारे में जानकारी प्राप्त होती हैं, जिससे मनुष्य जानकर उस भाव के राशि के देश से उस मनुष्य को फायदा मिल सकता हैं।