आज का पंचांग दिनांक 29 मई 2022(Aaj ka Panchang Date 29 May 2022):-चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिवजी की पूजा-अर्चना करके शिवजी को खुश करना चाहिए, जिससे शिवजी जी खुश होकर मनुष्य को आशीर्वाद प्रदान करेंगे, मनुष्य के जीवन आने वाली बाधाओं से मुक्ति मिल सके, सभी तरह के काम सिद्ध हो सके।
चतुर्दशी तिथि के दिन करने योग्य काम:-चतुर्दशी तिथि के दिन में मनुष्य को बन्धन, अग्नि, उग्र काम, घात, शल्यकाम, सांग्रामिक काम, शस्त्र-अस्त्र एवं लौह सम्बन्धी कार्य आदि करना अच्छा रहता हैं।
अमावस्या तिथि के स्वामी:-अमावस्या तिथि के स्वामी पितर होते है। इसलिए आज के दिन पितर पूजा-अर्चना और उनका तर्पण करके खुश करना चाहिए। जिससे मनुष्य के जीवन में सुख और खुशहाली की प्राप्ति हो सके और पितरों का आशीर्वाद मनुष्य के ऊपर बना रहे।
अमावस्या तिथि के दिन में करने योग्य काम:-अमावस्या तिथि के दिन मनुष्य को पितरों को तिल और जव से तर्पण करना चाहिए।
अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर प्रातःकाल 11:51 से दोपहर 12:46 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।
विशेष:-आज के दिन वटसावित्री व्रतं हैं।
।।दैनिक पंचांग का विवरण।।
दिनांक------------------29 मई 2022।
महीना (अमावस्यांत् )---------वैशाख।
महीना (पूर्णिमांंत् )-------------ज्येष्ठ।
पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष।
कलियुगाब्द्--------------------5124।
विक्रम संवत्-------------------2079 विक्रम संवत।
विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2078 विक्रम संवत।
शक संवत्----------------------1944 शक संवत।
ऋतु-----------------------------ग्रीष्म ऋतु।
सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे।
सूर्य का गोल----------------- उत्तर गोले।
संवत्सर(उत्तर)------------------शुभकृत।
संवत्सर--------------------------राक्षस ।
।।आज के पंचांग के हालात को जानें।।
तिथि----चतुर्दशी तिथि दोपहर 14:54:23 तक रहेगी,
उसके बाद अमावस्या तिथि दोपहर 14:54:23 से शुरू होकर प्रातः(कल) 40:59:14 तक रहेगी।
वार-------------रविवार।
नक्षत्र--------कृत्तिका नक्षत्र प्रातः(कल) 31:11:08 तक रहेगा,
उसके बाद
नक्षत्र----------रोहिणी नक्षत्र प्रातः(कल) 31:11:08 से शुरू होकर प्रातः(कल) 55:11:08 तक रहेगा।
योग......अतिगंड योग रात्रिकाल 22:51:53 तक रहेगा,
उसके बाद में
योग.........सुकर्मा योग रात्रिकाल 22:51:53 से शुरू होकर प्रातः(कल) 47:36:51 तक रहेगा।
करण.....शकुनि करण दोपहर 14:54:23 तक रहेगा,
उसके बाद
करण........चतुष्पद करण प्रातः(कल) 27:54:41 तक रहेगा,
उसके बाद में
करण.......नाग करण प्रातः(कल) 27:54:41 से शुरू होकर प्रातः(कल) 40:59:15 तक रहेगा।
चन्द्रमा की राशि-------मेष राशि में चन्द्रमा प्रातःकाल 11:14:30 तक रहेगा।
उसके बाद चन्द्रमा की राशि-------वृषभ राशि में चन्द्रमा प्रातःकाल 11:14:30 से शुरू होगा।
सूर्य की राशि......सूर्य वृषभ राशि में रहेगा।
सौर प्रविष्टे............15, ज्येष्ठ।
सूर्य का उदय व अस्त, दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-
सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 05:25:45।
सूर्यास्त का समय:-रात्रिकाल 19:11:32।
चन्द्रोदय का समय:-प्रातः(कल) 05:46:51।
चन्द्रास्त का समय:-सायंकाल 18:20:32।
दिनमान का समय:-दोपहर 13:45:47।
रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 10:13:56।
आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-
पहले चरण अ अक्षर के कृत्तिका नक्षत्र का समय प्रातःकाल 11:14:30 तक रहेगा।
दूसरे चरण ई अक्षर के कृत्तिका नक्षत्र का समय सायंकाल 17:52:16 तक रहेगा।
तीसरे चरण उ अक्षर के कृत्तिका नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 24:31:10 तक रहेगा।
चतुर्थ चरण ए अक्षर के कृत्तिका नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 31:11:08 तक रहेगा।
पहले चरण ओ अक्षर के रोहिणी नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 37:52:05 तक रहेगा।
।।आंग्ल मतानुसार 29 मई 2022 ईस्वी सन।।
।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।
अभिजीत महूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:51 से दोपहर 12:46 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।
।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।।
राहुकाल मुहूर्त का समय:-सायंकाल 17:28 से 19:12 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे।
यमघण्टा मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:19 से 14:02 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
गुलिक मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:45 से 17:28 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
दूर मुहूर्त का समय:-सायंकाल 17:21 से 18:16 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।
दिशा शूल:-दिशा शूल:-पश्चिम दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो चॉकलेट या दलिया खाकर या घी का पान करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।
।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।
नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
"चर में चक्र चलाइये, उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे, लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे, काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो, सहाय करो कर्तार ॥"
अर्थात-:
चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ:- में औरत श्रृंगार, सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ:- में धंधा करें ।
रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे स्नान करें।
काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।
दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 05:26 से 07:09 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:09 से 08:52 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:52 से 10:35 तक रहेगा, जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:35 से 12:19 तक रहेगा, जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-दोपहर 12:19 से 14:02 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-दोपहर 14:02 से 15:45 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-दोपहर 15:45 से 17:28 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-सायंकाल 17:28 से 19:12 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
शुभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 19:12 से 20:28 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-रात्रिकाल 20:28 से 21:45 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के शुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-रात्रिकाल 21:45 से 23:02 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-रात्रिकाल 23:02 से 24:19 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:19 से 25:35 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:35 से 26:52 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 26:52 से 28:09 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:09 से 29:25 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।
सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-वृषभ लग्न 13°28' गति 43°28' रहेगी।
सूर्य नक्षत्र:-रोहिणी नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।
चन्द्रमा नक्षत्र:-कृत्तिका नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।
गोचर राशि में ग्रहों के हालात, नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-
ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर
सूर्य ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के दूसरे चरण के वा अक्षर में रहेगा।
चन्द्रमा ग्रह:-मेष राशि में कृत्तिका नक्षत्र के पहले चरण के अ अक्षर में रहेगा।
मंगल ग्रह:-मीन राशि में उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के दूसरे चरण के थ अक्षर में रहेगा।
बुध ग्रह:-वृषभ राशि में कृत्तिका नक्षत्र के दूसरे चरण के ई अक्षर में रहेगा।
गुरु ग्रह:-मीन राशि में उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के दूसरे चरण के थ अक्षर में रहेगा।
शुक्र-ग्रह:-मेष राशि में अश्विनी नक्षत्र के दूसरे चरण के चे अक्षर में रहेगा।
शनि ग्रह:-कुम्भ राशि में घनिष्ठा नक्षत्र के तीसरे चरण के गु अक्षर में रहेगा।
राहु ग्रह:-मेष राशि में कृत्तिका नक्षत्र के पहले चरण के अ अक्षर में रहेगा।
केतु ग्रह:-तुला राशि में विशाखा नक्षत्र के तीसरे चरण के ते अक्षर में रहेगा।
।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-
29 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 02 के लिए शुभाशुभ:-
शुभ-तारीखें:-हर माह की 2, 11, 20, 29 तारीख शुभ होती है।
शुभ-वार:-सोमवार।
शुभ-वर्ष:-उम्र के 2, 11, 20, 29, 38, 47, 56, 74, 83 और 92 वें वर्ष शुभ वर्ष होते हैं।
शुभ-दिशा:-नैर्ऋत्य दिशा शुभ होती है।
शुभ-रंग:-सफेद।
शुभ-रत्न:-मोती रत्न शुभ होता है।
शुभ-धातु:-चाँदी धातु शुभ होती है।
आराध्य-देव:-भगवान शिवजी।
जपनीय-मन्त्र:-ऊँ सौंमय नमः।
पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-
7 3 9
8 6 4
3 10 5
मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1, 2, 5, 6।
शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-4 व 7 ।
सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-3, 8 व 9।