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Wednesday, June 22, 2022

आज का दैनिक पंचांग और शुभ मुहूर्त दिनांक 22 जून 2022(Today's daily Panchang and Shubh Muhurta date 22 June 2022)

Today's daily Panchang and Shubh Muhurta date 22 June 2022




आज का दैनिक पंचांग और शुभ मुहूर्त दिनांक 22 जून 2022(Today's daily Panchang and Shubh Muhurta date 22 June 2022):-नवमी तिथि के स्वामी दुर्गा माता जी की पूजा-अर्चना करके उनको खुश करना चाहिए। जिससे माता दुर्गा जी की अनुकृपा मनुष्य पर बनी रहे, जीवन में धन-धान्य का भंडार भरा रहे और सभी तरह के कामों में किसी तरह की बाधा नहीं आवे।



नवमी तिथि के दिन करने योग्य काम:-नवमी तिथि के दिन मनुष्य को अपने दुश्मन का शमन, अर्थवविद्या (जादू-टोना), अस्त्र-शस्त्र, लौह, अग्नि, बन्धन, उच्चाटन, मारण, उग्र काम, घात, शल्यकाम, सांग्रामिक काम, तीर्थ यात्राएं, मेले आदि के कामों को करना ठीक रहता है।



दशमी तिथि के स्वामी:-दशमी तिथि के स्वामी कालदेवजी की पूजा-अर्चना करके उनको खुश करना चाहिए। जिससे कालदेवजी की अनुकृपा मनुष्य पर बनी रहे, जीवन में धन-धान्य का भंडार भरा रहे, बुरे समय से रक्षा हो सके और सभी तरह के कामों में किसी तरह की बाधा नहीं आवे।



दशमी तिथि के दिन करने योग्य काम:-दशमी तिथि के दिन मनुष्य को अपने मकान की स्थापना, शादी, यात्रा, उपनयन, शांति और पौष्टिक काम करना उत्तम रहता है।




अभिजीत महूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:55 से दोपहर 12:51 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है। 



विशेष:-आज के दिन पंचक नक्षत्र रहने से पंचक मुहूर्त रहेगा, जो इस तरह हैं।



पंचक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 05:25 से प्रातः(कल) 30:13 तक रहेगा, जो कि अशुभ मुहूर्त हैं।


विशेष:-आज के दिन गण्डमूल नक्षत्र रहने से गण्डमूल मुहूर्त रहेगा, जो इस तरह हैं।



गण्डमूल मुहूर्त का समय:-अहोरात्र तक रहेगा, जो की अशुभ मुहूर्त हैं।


विशेष:-आज के दिन आर्द्रायां रविः प्रातःकाल 11:41 पर प्रवेश होगा। 

 



   ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक------------------22 जून 2022।

महीना (अमावस्यांत् )---------ज्येष्ठ

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------आषाढ़।

पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष।

कलियुगाब्द्--------------------5124।

विक्रम संवत्-------------------2079 विक्रम संवत।

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2078 विक्रम संवत।

शक संवत्----------------------1944 शक संवत।

ऋतु-----------------------------ग्रीष्म-वर्षा ऋतु।

सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे-दक्षिणायणे।

सूर्य का गोल----------------- उत्तर गोले।

संवत्सर(उत्तर)------------------शुभकृत।

संवत्सर--------------------------राक्षस ।




       ।।आज के पंचांग के हालात को जानें।। 


तिथि----नवमी तिथि रात्रिकाल 20:44:47  तक रहेगी, 

उसके बाद दशमी तिथि रात्रिकाल 20:44:47 से शुरू होकर प्रातः(कल) 45:40:54 तक रहेगी।

वार-------------बुधवार

नक्षत्र--------रेवती नक्षत्र प्रातः(कल) 30:13:14  तक रहेगा,

उसके बाद

नक्षत्र----------अश्विनी नक्षत्र प्रातः(कल) 30:13:14 से शुरू होगा।

योग......सौभाग्य योग प्रातःकाल05:29:25  तक रहेगा, 

उसके बाद में

योग.........शोभन योग प्रातःकाल 05:29:25  से शुरू होकर प्रातः(कल) 28:54:35 तक रहेगा।

करण.....तैतिल करण प्रातःकाल 08:31:55 तक रहेगा, 

उसके बाद

करण........गर करण रात्रिकाल 20:44:47 तक रहेगा,

उसके बाद में

करण.......वणिज करण रात्रिकाल 20:44:47 से शुरू होकर प्रातः(कल) 33:08:02 तक रहेगा।

चन्द्रमा की राशि-------मीन राशि में चन्द्रमा रहेगा।

सूर्य की राशि......सूर्य  मिथुन राशि में रहेगा।

सौर प्रविष्टे............8, आषाढ़।





सूर्य का उदय व अस्त, दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-

सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 05:25:24

सूर्यास्त का समय:-रात्रिकाल 19:20:50

चन्द्रोदय का समय:-प्रातः(कल) 25:28:04

चन्द्रास्त का समय:-दोपहर 13:27:22। 

दिनमान का समय:-दोपहर 13:55:26

रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 10:04:46


   आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-


पहले चरण दे अक्षर के रेवती नक्षत्र का समय प्रातःकाल 11:15:50 तक रहेगा। 

दूसरे चरण दो अक्षर के रेवती नक्षत्र का समय सायंकाल 17:32:25 तक रहेगा।

तीसरे चरण च अक्षर के रेवती नक्षत्र का समय रात्रिकाल 23:51:35 तक रहेगा।

चतुर्थ चरण ची अक्षर के रेवती नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 30:13:14 तक रहेगा।

पहले चरण चु अक्षर के अश्विनी नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 36:37:16 तक रहेगा।



     ।।आंग्ल मतानुसार 22 जून 2022  ईस्वी सन।।


        ।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।      

               

अभिजीत महूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:55 से दोपहर 12:51 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है। 


             ।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।। 

                

राहुकाल मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:23 से 14:08 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 07:10 व से 08:54 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 10:39 से 12:23 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:55 से 12:51 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

पंचक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 05:25 से प्रातः(कल) 30:13 तक रहेगा, जो कि अशुभ मुहूर्त हैं।

गण्डमूल मुहूर्त का समय:-अहोरात्र तक रहेगा, जो की अशुभ मुहूर्त हैं।




         ।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।


दिशा शूल:-दिशा शूल:-उत्तर दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो तिल का या पुष्प का दान करके या दूध पीकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।




           ।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये, उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे, लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे, काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो, सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर का चौघड़िया:-में वाहन, मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग का चौघड़िया:-में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ का चौघड़िया:-में औरत श्रृंगार, सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ का चौघड़िया:-में धंधा करें ।

रोग का चौघड़िया:-में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे स्नान करें। 

काल का चौघड़िया:-में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत का चौघड़िया:-में सभी शुभ कार्य करें ।



       दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:- 


लाभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 05:25 से 07:10 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:10 से 08:54 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:54 से 10:39 तक रहेगा, जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:39 से 12:23 तक रहेगा, जो कि शुभ  कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-दोपहर 12:23 से 14:08 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-दोपहर 14:08 से 15:52 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-दोपहर 15:52 से 17:36 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-सायंकाल 17:36 से 19:21 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।


         रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


उद्वेग का चौघड़िया:-रात्रिकाल 19:21 से 20:36 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 20:36 से 21:52 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-रात्रिकाल 21:52 से 23:08 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-रात्रिकाल 23:08 से 24:23 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:23 से 25:39 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:39 से 26:54 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 26:54 से 28:10 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:10 से 29:26 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।





      ।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।


सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मिथुन लग्न 6°25' गति 66°25' रहेगी। 

सूर्य नक्षत्र:-मृगशिरा नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-रेवती नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात, नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-मिथुन राशि में मृगशिरा नक्षत्र के चौथे चरण के की अक्षर में रहेगा।  

चन्द्रमा ग्रह:-मीन राशि मे रेवती नक्षत्र के पहले चरण के दे अक्षर में रहेगा।  

मंगल ग्रह:-मीन राशि में रेवती नक्षत्र के तीसरे चरण के च अक्षर में रहेगा।   

बुध ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के दूसरे चरण के वा अक्षर में रहेगा। 

गुरु ग्रह:-मीन राशि में उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के तीसरे चरण के झ अक्षर में रहेगा।

शुक्र-ग्रह:-वृषभ राशि में कृत्तिका नक्षत्र तीसरे चरण के उ अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-कुम्भ राशि में घनिष्ठा नक्षत्र के तीसरे चरण के गु अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-मेष राशि में भरणी नक्षत्र के चौथे चरण के लो अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-तुला राशि में विशाखा नक्षत्र के दूसरे चरण के तू अक्षर में रहेगा। 


          ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-


22 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 04 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 4, 13, 22 और 31 तारीख।

शुभ-वार:-शनिवार, रविवार व सोमवार।

शुभ-वर्ष:-उम्र के 4, 13, 22, 31, 40, 49, 58, 67, 76, 85 एवं 94 वें वर्ष।

शुभ-दिशा:-आग्नेय(दक्षिण-पूर्व)।

शुभ-रंग:-नीला, खाकी, मटमैला(सलेटी)।

शुभ-रत्न:-गोमेद।

शुभ-धातु:-मिश्रित धातु।

आराध्य-देव:-गणेश जी।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ रां रांहवे नमः।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

                 13    8     15 

                 14   12    10 

                  9     16    12 

मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-4, 5, 6 एवं 8 । 

शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-1, 2, 7 एवं 9।

सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-3।