दैनिक पंचांग के हालात को जानें दिनांक 05 फरवरी 2021 में(Know the situation of daily almanac on 05 February 2021):-आज के दिन सर्वाथ सिद्धि योग रात्रि 18:27 बजे तक रहेगा,जिससे मनुष्य को अपने काम में शुभ मुहूर्त नहीं मिलने पर सर्वथा सिद्धि योग में अपने काम को करने पर सफलता मिलती है।
आज के दिन अष्टमी तिथि प्रातःकाल रहेगी।भगवान शिवजी अष्टमी तिथि के स्वामी है,तो भगवान शिवजी की पूजा करनी चाहिए।
प्रातःकाल 10:06:45 बजे से नवमी तिथि शुरू होगी।नवमी तिथि के स्वामी माता दुर्गा जी है,तो देवी दुर्गा को खुश करने के लिए उनकी पूजा-अर्चना करनी चाहिए।नवमी तिथि को रिक्ता तिथि माना जाता है और रिक्ता तिथि में तीर्थ यात्राएं, मेले आदि कामों को करना ठीक रहता है।
दैनिक पंचांग का विवरण
दिनांक-------------------05 फरवरी 2021 महीना (अमावस्यांत् )---------पौष
महीना (पूर्णिमांंत् )-------------माघ
पक्ष------------------------------कृष्ण पक्ष
कलियुगाब्द्--------------------5122
विक्रम संवत्-------------------2077 विक्रम संवत
विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत
शक संवत्----------------------1942 शक संवत
ऋतु-----------------------------शिशिर ऋतु
सूर्य का अयण----------------उत्तरायणे
सूर्य का गोल------------------दक्षिण गोले
संवत्सर(उत्तर)------------------प्रमादी
संवत्सर--------------------------शार्वरी
पंचांग
तिथि--------------अष्टमी तिथि प्रातःकाल 10:06:45 तक रहेगी,
उसके बाद प्रातःकाल 10:06:45 से नवमी तिथि शुरू हो जाएगी।
वार--------------शुक्रवार
नक्षत्र----------विशाखा नक्षत्र रात्रि 18:27:18 तक रहेगा।
नक्षत्र------ उसके बाद रात्रि 18:27:18 से अनुराधा नक्षत्र शुरू होगा।
योग---------वृद्धि योग रात्रि 19:18:39 तक रहेगा।
उसके बाद रात्रि 19:18:39 से ध्रुव योग शुरू होगा
करण---------कौलव करण प्रातःकाल 10:06:44 तक उसके बाद
करण---------तैतिल करण शुरू होकर रात्रि 21:08:50 तक रहेगा।
चन्द्रमा की राशि---तुला राशि में चन्द्रमा दोपहर 12:45:59 तक रहेगा,उसके बाद दोपहर 12:45:59 से वृश्चिक राशि में चन्द्रमा पूरे दिन रहेगा।
सूर्य की राशि-----------सूर्य मकर राशि में ही रहेंगे।
सौर प्रविष्टे-------------23,माघ।
सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-
सूर्योदय का समय:-प्रातः 07:08:15।
सूर्यास्त का समय:-सायं 18:02:22।
चन्द्रोदय का समय:- प्रातः(कल) 26:00:27।
चन्द्रास्त का समय:- दोपहर 12:08:41।
दिनमान का समय:-सुबह से 10:54:07।
रात्रिमान का समय:-दोपहर से 13:05:13।
आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-
तीसरा चरण ते अक्षर विशाखा नक्षत्र का समय दोपहर 12:45:59 तक रहेगा।
चतुर्थ चरण तो अक्षर विशाखा नक्षत्र का समय रात्रि 18:27:18 तक रहेगा।
पहला चरण ना अक्षर अनुराधा नक्षत्र का समय
मध्यरात्रि 24:09:00 तक रहेगा।
दूसरा चरण नी अक्षर अनुराधा नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 29:51:08 तक रहेगा।
आंग्ल मतानुसार 05 फरवरी 2021 ईस्वी सन
अशुभ मुहूर्त का समय
राहुकाल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:14 से 12:35 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे।
यमघण्टा मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:19 से 16:41 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
गुलिक मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 08:30 से 09:52 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।
दूर मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 09:19 से 10:03 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय है।
दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:57 से 13:41 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय है।
शुभ मुहूर्त का समय
अभिजीत महूर्त का समय:-दोपहर 12:14 से दोपहर 12:57 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।
दिशाशूल से बचने का उपाय:-
दिशा शूल:-पश्चिम दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो जौ का दान करके या घी को पीकर या चॉकलेट खाकर यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।
नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"
अर्थात-:
चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ:- में धंधा करें ।
रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे स्नान करें ।
काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।
दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
चर का चौघड़िया:-प्रातः 07:08 से 08:30 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 08:30 से 09:52 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:52 से 11:14 तक रहेगा,जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा
काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 11:14 से 12:35 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ समय रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-दोपहर 12:35 से 13:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-दोपहर 13:57 से 15:19 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-दोपहर 15:19 से 16:41 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-सायं 16:41 से 18:02 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-
रोग का चौघड़िया:-सायं 18:02 से 19:41 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
काल का चौघड़िया:-रात्रि 19:41 से 21:19 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
लाभ का चौघड़िया:-रात्रि 21:19 से 22:57 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
उद्वेग का चौघड़िया:-रात्रि 22:57 से 24:35 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
शुभ का चौघड़िया:-मध्यरात्रि 24:35 से 26:13 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
अमृत का चौघड़िया:-मध्यरात्रि 26:13 से 27:51 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
चर का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:51 से 29:29 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।
रोग का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 29:29 से 31:08 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए अशुभ रहेगा।
सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-मकर लग्न 22°19' गति 292°19' रहेगा।
सूर्य नक्षत्र :- श्रवण नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।
चन्द्रमा नक्षत्र:- विशाखा नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।
गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-
ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर
सूर्य ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के चौथे चरण के खो अक्षर में रहेंगे।
चन्द्रमा ग्रह:-तुला राशि में विशाखा नक्षत्र के तीजे चरण के ते अक्षर में रहेंगे।
मंगल ग्रह:-मेष राशि में भरणी नक्षत्र के तीजे चरण के ले अक्षर रहेंगे।
बुध ग्रह:- मकर राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के दुजे चरण के गी अक्षर आएगा।
गुरु ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के तीजे चरण के खे अक्षर आएगा।
शुक्र ग्रह:- मकर में श्रवण नक्षत्र के पहले चरण के खी अक्षर रहेगा।
शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के पहले चरण के खी अक्षर रहेगा।
राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के चौथे चरण के वु अक्षर रहेगा।
केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के दूसरे चरण के या अक्षर रहेगा।
।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-
05 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 5 के लिए शुभाशुभ:-
शुभ-तारीखें:-हर माह की 5,14 और 23 तारीख।
शुभ-वार:--बुधवार एवं शुक्रवार।
शुभ-वर्ष:-उम्र के 5,14,23,32,41,50,59,68,77,86 और 95 वें वर्ष।
शुभ-दिशा:-उत्तर।
शुभ-रंग:--हरा।
शुभ-रत्न:-पन्ना।
शुभ-धातु:-सोना।
आराध्य-देव:-महालक्ष्मी जी और गणेश जी।
जपनीय-मन्त्र:-ऊँ बुं बुधाय नमः।
पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-
9 4 11
10 8 6
5 12 7
मित्र-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):1,4,5 एवं 6।
शत्रु-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-2 एवं 7।
सम-अंक (मालिक ग्रह के अनुसार):-3,8 एवं 9।