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Monday, August 9, 2021

आज का पंचांग दिनांक 09 अगस्त 2021(Aaj ka panchang date 09 August 2021)




आज का पंचांग दिनांक 09 अगस्त 2021(Aaj ka panchang date 09 August 2021):-

प्रतिपदा तिथि के स्वामी:-प्रतिपदा तिथि के स्वामी अग्नि देव की पूजा-आराधना करनी चाहिए। जिससे अग्नि देव खुश होकर मनुष्य को जीवन में खुशहाली प्रदान करे।

प्रतिपदा तिथि के दिन करने योग्य काम:-प्रतिपदा तिथि के दिन मनुष्य को चित्रकारी, आसव विधि, खेती के काम, शैय्या एवं आसन से सम्बंधित काम, वृक्ष काटना, गृह, पत्थर आदि से सम्बंधित काम करना बढ़िया रहता है। 

द्वितीया तिथि के स्वामी:-द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्माजी को पूजा-अर्चना करके उनको खुश करके उनका आशीर्वाद पाना चाहिए, जिससे मनुष्य को अपने जीवन धन-सम्पति मिल सके।


विशेष:-आज के दिन अगस्त क्रांति दिवस हैं।


         ।।दैनिक पंचांग का विवरण।।


दिनांक------------------09 अगस्त 2021          

महीना (अमावस्यांत् )---------श्रावण

महीना (पूर्णिमांंत् )-------------श्रावण

पक्ष------------------------------शुक्ल पक्ष

कलियुगाब्द्--------------------5123

विक्रम संवत्-------------------2078 विक्रम संवत

विक्रम संवत् (कर्तक्)---------2077 विक्रम संवत

शक संवत्----------------------1943 शक संवत

ऋतु-----------------------------वर्षा ऋतु

सूर्य का अयण----------------दक्षिणायणे

सूर्य का गोल-----------------उत्तर गोले

संवत्सर(उत्तर)------------------आनंद

संवत्सर--------------------------प्लव 




       ।।आज के पंचांग के हालात को जानें।। 


तिथि----प्रतिपदा तिथि सायंकाल 18:55:46 तक रहेगी, 

उसके बाद द्वितीया तिथि सायंकाल 18:55:46 से शुरू होगी।

वार-------------सोमवार

नक्षत्र--आश्लेषा नक्षत्र प्रातःकाल 09:49:00 तक रहेगा,

उसके बाद मघा नक्षत्र शुरू होगा।

योग....वरियान योग रात्रिकाल 22:12:38 तक रहेगा, 

उसके बाद परिध योग रहेगा।

करण...किंस्तुघ्न करण शुरू होकर प्रातःकल 07:11:10 तक रहेगा,उसके बाद में

करण...बव करण सायंकाल 18:55:46 तक रहेगा

चन्द्रमा की राशि--कर्क राशि में चन्द्रमा प्रातःकाल 09:49:00 तक रहेगा, 

उसके बाद सिंह राशि में चन्द्रमा रहेगा।

सूर्य की राशि--------कर्क राशि में रहेगा। 

सौर प्रविष्टे............25, श्रावण।



सूर्य का उदय व अस्त,दिनमान व रात्रिमान और चन्द्रमा के उदय और अस्त का समय:-

सूर्योदय का समय:-प्रातःकाल 05:48:15।

सूर्यास्त का समय:-रात्रिकाल 19:04:32।

चन्द्रोदय का समय:-प्रातःकाल 06:12:18।

चन्द्रास्त का समय:-रात्रिकाल 19:59:08।

दिनमान का समय:-दोपहर 13:16:17।

रात्रिमान का समय:-प्रातःकाल 10:44:15।



आज जन्में बच्चे के नक्षत्र का चरण और नाम अक्षर:-


चतुर्थ चरण डो अक्षर आश्लेषा नक्षत्र का समय प्रातःकाल 09:49:00 तक रहेगा।

पहले चरण मा अक्षर मघा नक्षत्र का समय दोपहर 15:52:06 तक रहेगा।

दूसरे चरण मी अक्षर मघा नक्षत्र का समय रात्रिकाल 21:53:30 तक रहेगा।

तीसरे चरण मू अक्षर मघा नक्षत्र का समय प्रातः(कल) 27:53:17 तक रहेगा।


 ।।आंग्ल मतानुसार 09 अगस्त 2021  ईस्वी सन।


    ।।आज के दिन के अशुभ मुहूर्त का समय।। 

राहुकाल मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 07:28 से 09:07 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त का समय होने से अच्छे कामों को इस समय में नहीं करे। 

यमघण्टा मुहूर्त का समय:-प्रातःकाल 10:47 से 12:26 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

गुलिक मुहूर्त का समय:-दोपहर 14:06 से 15:45 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 12:53 से 13:46 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त है।

दूर मुहूर्त का समय:-दोपहर 15:32 से 16:25 तक रहेगा जो कि अशुभ मुहूर्त हैं।

गण्डमूल मुहूर्त का समय:-अहोरात्र 24:00 तक रहेगा, जो की अशुभ मुहूर्त हैं।




        ।।आज के दिन का शुभ मुहूर्त का समय।।                     

अभिजीत महूर्त का समय:-प्रातःकाल 11:59 से दोपहर 12:53 तक का समय शुभ होने से जिन कामों को करने में मुहूर्त नहीं मिलने पर अभिजीत मुहूर्त के समय में कामों को करने से कामयाबी मिलती है।



   ।।आज के दिन दिशाशूल से बचने का उपाय।।


दिशा शूल:-पूर्व दिशा की ओर रहने से यदि जरूरी हो तो चन्दन लगाकर या चन्दन का दान करके या दूध पीकर करके यात्रा करने से दिशाशूल का परिहार हो जाता है।



 ।।आज के शुभ-अशुभ चौघड़िया को जानें।।


नोट:-दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

◆प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

"चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥"

अर्थात-:

चर:- में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग:- में जमीन सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ:- में औरत श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ:- में धंधा करें ।

रोग:- में जब कोई बीमार बीमारी से ठीक होने पर उसे  स्नान करें ।

काल:- में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत:- में सभी शुभ कार्य करें ।


   दिन के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:- 


अमृत का चौघड़िया:-प्रातःकाल 05:48 से 07:28 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-प्रातःकाल 07:28 से 09:07 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातःकाल 09:07 से 10:47 तक रहेगा, जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-प्रातःकाल 10:47 से 12:26 तक रहेगा, जो कि शुभ  कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-दोपहर 12:26 से 14:06 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

चर का चौघड़िया:-दोपहर 14:06 से 15:45 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-दोपहर 15:45 से 17:25 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-सायंकाल 17:25 से 19:05 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

       


रात के चौघड़िया के समय से जानें मुहूर्त को:-


चर का चौघड़िया:-रात्रिकाल 19:05 से 20:25 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

रोग का चौघड़िया:-रात्रिकाल 20:25 से 21:46 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के शुभ रहेगा।

काल का चौघड़िया:-रात्रिकाल 21:46 से 23:06 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

लाभ का चौघड़िया:-रात्रिकाल 23:06 से 24:27 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

उद्वेग का चौघड़िया:-मध्य रात्रि 24:27 से 25:47 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

शुभ का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 25:47 से 27:08 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।

अमृत का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 27:08 से 28:28 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ  रहेगा।

चर का चौघड़िया:-प्रातः(कल) 28:28 से 29:49 तक रहेगा जो कि शुभ कार्य को करने के लिए शुभ रहेगा।


 

।।सूर्य के उदय के समय के लग्न को जानें।।


सूर्योदयकालीन उदित लग्न:-कर्क लग्न 22°30' गति 112°30' रहेगा।

सूर्य नक्षत्र :- आश्लेषा  नक्षत्र में सूर्य रहेंगे।

चन्द्रमा नक्षत्र:-आश्लेषा  नक्षत्र में चन्द्रमा रहेंगे।

           

गोचर राशि में ग्रहों के हालात,नक्षत्रों के चरण और अक्षर :-जो नीचे बताये गए है:-


ग्रह----------राशि----------नक्षत्र के चरण--अक्षर      


सूर्य ग्रह:-कर्क राशि मे आश्लेषा नक्षत्र के दूसरे के डू अक्षर में रहेंगे।

चन्द्रमा ग्रह:-कर्क राशि में आश्लेषा के चतुर्थ चरण के डो अक्षर में रहेगा।

मंगल ग्रह:-सिंह राशि में मघा नक्षत्र के चतुर्थ चरण के मे अक्षर में रहेंगे।

बुध ग्रह:-कर्क राशि में मघा नक्षत्र के पहले चरण के मा अक्षर में रहेगा।

गुरु ग्रह:कुंभ राशि में धनिष्ठा नक्षत्र के चौथे चरण के गे अक्षर में रहेगा। 

शुक्र-ग्रह:सिंह राशि में उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के पहले चरण के टे अक्षर में रहेगा।

शनि ग्रह:-मकर राशि में श्रवण नक्षत्र के दूसरे चरण के खू अक्षर में रहेगा।

राहु ग्रह:-वृषभ राशि में रोहिणी नक्षत्र के प्रथम चरण के ओ अक्षर में रहेगा।

केतु ग्रह:-वृश्चिक राशि में अनुराधा नक्षत्र के तीसरे चरण के नू अक्षर में रहेगा। 


    ।।अंक शास्त्र ज्योतिष विज्ञान से जानें हाल:-


09 तारीख को जन्में मनुष्य के लिए मूलांक 09 के लिए शुभाशुभ:-

शुभ-तारीखें:-हर माह की 9, 18 और 27 तारीख।

शुभ-वार:--मंगलवार।

शुभ-वर्ष:-उम्र के 9, 18, 27, 36, 45, 54, 63, 72, 81, 90 और 99 वें वर्ष।

शुभ-दिशा:-दक्षिण।

शुभ-रंग:--लाल।

शुभ-रत्न:-मूँगा।

शुभ-धातु:-ताँबा।

आराध्य-देव:-कार्तिकेय और हनुमानजी।

जपनीय-मन्त्र:-ऊँ अं अंगारकाय नमः।

पूज्य-धारण योग्य यंत्र:-

                  8       3    10 

                  9      7       5 

                  4       11     6

मित्र-अंक(मालिक ग्रह के अनुसार):-1, 2, 3,7 और 9।

शत्रु-अंक(मालिक ग्रह के अनुसार):--4 और 5।

सम-अंक(मालिक ग्रह के अनुसार):-6 और 8।